Top 5 Varanasi News Of The Day : 16 नीट अभ्‍यर्थी पकड़ाए, लोक आस्‍था का पहला अर्घ्य, हवाओं में प्रदूषण बढ़ा

Top Varanasi News जिले की कई महत्‍वपूर्ण खबरों ने बुधवार 10 नवंबर 2021 को सुर्खियां बटोरीं हैं। जानिए शाम पांच बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें जो दिन भर चर्चा में बनी रहीं और लोगों की नजरें भी उन खबरों पर बनी रहीं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 10 Nov 2021 04:18 PM (IST) Updated:Wed, 10 Nov 2021 04:18 PM (IST)
Top 5 Varanasi News Of The Day : 16 नीट अभ्‍यर्थी पकड़ाए, लोक आस्‍था का पहला अर्घ्य, हवाओं में प्रदूषण बढ़ा
बनारस शहर की कई खबरों ने दस नवंबर 2021 बुधवार को सुर्खियां बटोरीं।

वाराणसी, इंटरनेट डेस्‍क। बनारस शहर की कई खबरों ने बुधवार को चर्चा बटोरीं जिनमें 16 नीट अभ्‍यर्थी पकड़ाए, लोक आस्‍था का पहला अर्घ्य, हवाओं में प्रदूषण बढ़ा, डीजल बोट का प्रदूषण, कोहरे का असर शुरू आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम पांच बजे तक की शहर-ए-बनारस की चार प्रमुख और चर्चित खबरें।

देश भर में 16 नीट अभ्‍यर्थी संदेह के घेरे में, वाराणसी पुलिस ने भेजी रिपोर्ट, फ‍िंंगर प्रिंट की होगी जांच

नीट सॉल्‍वर गैंग के मामले में वाराणसी पुलिस कमिश्‍नरेट की सक्रियता की वजह से गैंग के संपर्क में आये 16 कैंडिडेट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस बाबत वाराणसी पुलिस की ओर से त्रिपुरा, बिहार सहित देश भर के नौ पुलिस के शीर्ष अधिकारियों को पत्र भेजकर प्रकरण से अवगत कराते हुए जांच और फर्जीवाड़े में सहयोग की अपील की गई है। मेडिकल कॉलेज की सीट को खरीदना अब जल्‍द ही भारी पड़ने वाला है। 16 जगहों पर मुन्ना भाई या बहन के द्वारा परीक्षा दिए गए होने के संकेत मिलने पर कार्रवाई हो रही है। सॉल्वर गैंग के नेटवर्क के संपर्क में आये 16 कैंडिडेट्स के जिलों के पुलिस कमिश्‍नर या एसएसपी को पुलिस कमिश्‍नर वाराणसी ने पत्र भेजा कर पूरे प्रकरण से अवगत कराते हुए कार्रवाई की अपेक्षा जताई है। इस केस के विवेचक ने पहले ही सभी 16 कैंडिडेट्स को सफीना की नोटिस जारी कर दी है। इस बाबत 15 नवंबर तक अपना पक्ष रखने का अवसर सभी पकड़े गए अभ्‍यर्थियों को दी गई है। वाराणसी पुलिस कमिश्‍नर के अनुसार यदि वे अपना जवाब देने नहीं आते तब न्यायालय के माध्यम से अग्रिम कार्यवाही की जायेगी और उनको कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया में शामिल करना पड़ेगा।

छठ महापर्व 2021 : प्रकृति के साक्षात देवता सूर्य को आज लोक आस्‍था का पहला अर्घ्य

सनातन धर्म की आध्यात्मिक परम्परा में वैदिक काल से ही भगवान सूर्य की उपासना का विशेष महत्व के साथ उल्लेख मिलता है। सूर्य प्रकृति के साक्षात देवता हैं जिनको वेदों में जगत की आत्मा और वेदांगों में वेदपुरुष का नेत्र बताया गया है। जीवन, स्वास्थ्य एवं शक्ति के देवता के रूप में सूर्य की मान्यता है। भगवान सूर्य की कृपा से ही सृष्टि की उत्पत्ति हुई है तथा पृथ्वी पर जीवन विद्यमान है। ऋषियों ने उदय कालिक सूर्य को ज्ञान रूपी ईश्वर बताते हुए सूर्य की साधना-आराधना को अत्यंत कल्याणकारी बताया है। प्रत्यक्ष देवता सूर्य की उपासना शीघ्र ही फल देने वाली मानी गई है। लंका पर चढ़ाई करने के पूर्व स्वयं प्रभु श्री राम ने भी आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करते हुए भगवान सूर्य की आराधना की थी । महाभारत काल में कुंती ने सूर्य की आराधना से ही करण सदृश दानवीर एवं महावीर पुत्र को जन्म दिया था। भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र सांब ने भी सूर्य की उपासना करके ही कुष्ठ रोग दूर कर पाए थे। लोक कल्याण कारक ज्योतिष शास्त्र को स्वयं भगवान सूर्य ने ही इस पृथ्वी लोक में प्रकाशित किया है।

वाराणसी की हवाओं में बढ़ी प्रदूषण की मात्रा, स्थिति और भी होने लगी चिंताजनक

शहर की हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ती ही जा रही है। दीपावली के बाद से शुरू यह सिलसिला मंगलवार को और बढ़ गया। शहर का औसत एक्यूआइ सुबह जहां 345 था, वहीं दोपहर में बढ़कर यह 365 जा पहुंचा, देर रात को ट्रैफिक आदि थमने के बाद इसमें कुछ गिरावट आई और 342 पर जा पहुंचा। प्रदूषण का हाल देख मौसम विज्ञानियों ने बुजुर्गों, बच्चों व दमा रोगियों को घरों में रहने की सलाह दी है। खास बात यह है कि पर्यावरण प्रदूषण का यह खतरनाक स्तर सबसे हरा-भरा व प्रदूषण रहित कहे जाने वाले महामना की बगिया काशी हिंदू विश्वविद्यालय तक खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है। वहां एक्यूआइ 332 रिकार्ड किया गया।

वाराणसी में देव दीपावली तक डीजल बोट के प्रदूषण से मुक्त होगा गंगा का किनारा

गंगा में चल रही करीब 500 मोटर बोट देवदीपावली तक सीएनजी से चलने लगेंगी। इस तरह मोक्षदायिनी गंगा दुनिया की पहली नदी होगी जहां इतने बड़े पैमाने पर सीएनजी आधारित बोट चलेंगी। गंगा में फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन की भी योजना है। इससे गंगा के बीच में भी सीएनजी भरी जा सकेगी। स्मार्ट सिटी के जीएम डी वसुदेवम के अनुसार गंगा में करीब 1700 छोटी-बड़ी नावें चलती हैं। इनमें से करीब 500 बोट डीज़ल इंजन से चलने वाली है। लगभग 177 बोट में सीएनजी इंजन लगा चुका है। बचे हुए मोटर बोट को देवदीपावली तक सीएनजी इंजन से चला देने का लक्ष्य है। ये काम गेल इंडिया सीएसआर के तहत करा रही है। करीब 29 करोड़ के बजट से 1700 छोटी और बड़ी नाव में सीएनजी इंजन लगया जा रहा है। इसमें छोटी नाव पर करीब 1.5 लाख का खर्च आ रहा है, जबकि बड़ी नाव और बजरा पर लगभग 2.5 लाख का खर्च होगा। नाविकों के नाव में सीएनजी किट मुफ्त लगाई जा रही है।

वाराणसी सहित पूर्वांचल में कोहरे का असर शुरू, न्‍यूनतम तापमान में और गिरावट के आसार

पूर्वांचल में मौसम का रुख बदला हुआ है और सर्दियों ने पूरी तरह से दस्‍तक दे दी है। वातावरण में ठंड का असर कुछ इस कदर है कि लोगों के शरीर पर गर्म कपड़े नजर आने लगे हैं। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ का असर भी आने के संकेत दिए हैं। जबकि पछुआ हवाओं का असर राजस्‍थान तक होने के बाद अब पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश तक भी इसका असर होने लगा है। पखवारे भर में पूरी तरह से इसका असर पूर्वांचल तक नजर आने लगेगा। माना जा रहा है कि मानसून के बाद सर्दियां भी जल्‍द और व्‍यापक स्‍तर पर असर करेंगी। बुधवार की सुबह वातावरण पूरी तरह से ठंड के आगोश में नजर आया। ठंडी हवाओं के बीच वातावरण पूरी तरह से कोहरे के कब्‍जे में रहा। सुबह सात बजे तक अंचलों से लेकर कस्‍बों तक कुहासा और कोहरे का व्‍यापक रूप सामने आया। हालांकि, कई इलाकों में सूरज की रोशनी सुबह सात बजे तक नजर आने की वजह से कोहरा भी जल्‍द ही छंट गया।

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