वाराणसी में एक किलोमीटर में तीन गड्ढे पहुंचा रहे चोट, स्‍मार्ट सिटी के राह में गड्ढे ही गड्ढे

भोजूबीर तिराहे से आंबेडकर चौराहे (कचहरी) तक करीब एक किलोमीटर की दूरी में तीन गड्ढे हादसे को दावत दे रहे हैं। तीनों गड्ढे खोदाई से नहीं बल्कि सड़कों के बैठने से हुए हैं। इन तीनों गड्ढों के चलते आए दिन वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 12:50 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 12:50 PM (IST)
वाराणसी में एक किलोमीटर में तीन गड्ढे पहुंचा रहे चोट, स्‍मार्ट सिटी के राह में गड्ढे ही गड्ढे
भोजूबीर तिराहे से आंबेडकर चौराहे तक करीब एक किलोमीटर की दूरी में तीन गड्ढे हादसे को दावत दे रहे हैं।

वाराणसी, जेएनएन। भोजूबीर तिराहे से आंबेडकर चौराहे (कचहरी) तक करीब एक किलोमीटर की दूरी में तीन गड्ढे हादसे को दावत दे रहे हैं। तीनों गड्ढे खोदाई से नहीं, बल्कि सड़कों के बैठने से हुए हैं। इन तीनों गड्ढों के चलते आए दिन वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं लेकिन जिम्मेदारों के सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।

पिछले दिनों प्रधानमंत्री दौरे से पहले लोक निर्माण विभाग ने पैचवर्क तो किया लेकिन उससे राहगीरों को कोई राहत नहीं मिली। इस मार्ग पर दिनभर अफसरों और वीआइपी के वाहन फर्राटे भरते हैं।  कचहरी स्थित आंबेडकर चौराहे से बाबतपुर एयरपोर्ट तक की सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की है। सीवर और पेयजल पाइपलाइन लीकेज के चलते सड़क कई स्थानों पर धंस गई थी। कचहरी से बाबतपुर मार्ग चौड़ीकरण के दौरान गिलट बाजार से आंबेडकर पार्क तक भी सड़क दुरुस्त की गई थी लेकिन फिर सड़कें धंसनी शुरू हो गई है।

सर्किट हाउस के सामने (कर्मचारी आवास के पास), मंडलायुक्त आवास के सामने और भोजूबीर के पास सड़क धंस गई है। वहीं, भूमिगत लाइन डालने के लिए कार्यदायी संस्था ने सड़कों की खोदाई कर रखी है। कई स्थानों पर काम खत्म होने के बाद भी कार्यदायी संस्था ने गड्ढों में न तो मिट्टी डाली और न ही सड़क की मरम्मत की। इसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है।

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