भवानीपुर गांव के तीन लोगों पर लगा गैंगस्टर तो लोगों ने थाना घेरकर कहा - 'नहीं है कोई आपराधिक इतिहास'
भवानीपुर गांव के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बुधवार की सुबह रोहनिया थाने का घेराव करते हुए चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि गांव के तीन लोगों के ऊपर गैंगस्टर लगा दिया गया जबकि पहले का आपराधिक इतिहास नहीं है।
वाराणसी, जेएनएन। भवानीपुर गांव के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बुधवार की सुबह रोहनिया थाने का घेराव करते हुए चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि गांव के तीन लोगों के ऊपर गैंगस्टर लगा दिया गया जबकि पहले का आपराधिक इतिहास नहीं है। इसके विरोध में गांव के सैकड़ों लोग रोहनिया थाने का घेराव कर दिए। आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं के साथ अभद्रता और लाठी भांजी है। इससे आक्रोशित लोगों ने थाने के सामने चक्काजाम कर दिया।
वहीं थाने पर ग्रामीणाें की काफी देर तक पंचायत होती रही और मामले का हल न निकलने पर पुलिस ने प्रदर्शन कारियों को हटाना शुरू कर दिया। दोपहर में रोहनिया थाने में गिरफ्तार भवानीपुर गांव के निवासी तीन गैंगस्टर में पाबंद किए गए अभियुक्तों को छोड़ने के लिए थाने के सामने चक्का जाम और प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को महिला पुलिस कर्मियों ने हिरासत में ले लिया और चक्काजाम खोल दिया गया। इस दौरान रोहनिया थाने पर एसपीआरए से वार्ता करने सपा के जिला अध्यक्ष सुजीत यादव उर्फ लक्कड़ पहलवान भी पहुंचे और मामले की जानकारी हासिल की। वहीं थाने पर विवाद काे लेकर उच्च अधिकारियों को भी मामले से अवगत करा दिया गया है।
पुलिस के अनुसार आरोपित 10 कुंतल लहन के साथ पकड़े गए थे। लिहाजा गैंग बनाकर उनके द्वारा अपराध किया जा रहा था। इसके बाद ही सुबूतों और गवाहों के आधार पर ही आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी। अभियुक्तों के समर्थन में कुछ ग्रामीण और महिलाएं भी सुबह से धरना प्रदर्शन कर रही थीं। महिला पुलिस को बुलाने के साथ ही पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को खदेड़ कर चक्का जाम खत्म करा दिया गया है। पुलिस का आरोप है कि भवानीपुर के कुछ लोग और परिजन अभियुक्तों को छुड़ाने का प्रयास.कर रहे थे।