बीएचयू में ब्लैक फंगस इंफेक्शन के तीन नए गंभीर मरीज आए, कोरोना जांच के बाद होगा आपरेशन

बीएचयू के ईएनटी विभाग में गुरुवार को ब्लैक फंगस इंफेक्शन के तीन गंभीर मरीज पहुंचे। उनकी कोरोना जांच की गई। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उनका ऑपरेशन किया जाएगा। इन सभी मरीजों की स्थिति ठीक नहीं है पूरे चेहरे पर सूजन है और संक्रमण काफी फैल गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 08:30 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 11:53 AM (IST)
बीएचयू में ब्लैक फंगस इंफेक्शन के तीन नए गंभीर मरीज आए, कोरोना जांच के बाद होगा आपरेशन
बीएचयू के ईएनटी विभाग में गुरुवार को ब्लैक फंगस इंफेक्शन के तीन गंभीर मरीज पहुंचे।

वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के ईएनटी विभाग में गुरुवार को ब्लैक फंगस इंफेक्शन के तीन गंभीर मरीज पहुंचे। उनकी कोरोना जांच की गई। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उनका ऑपरेशन किया जाएगा। इन सभी मरीजों की स्थिति ठीक नहीं है, पूरे चेहरे पर सूजन है और संक्रमण काफी फैल गया है। इनमें से सभी पचास वर्ष से ऊपर के हैं। इनमें दो पुरुष और एक महिला शामिल हैं। विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुशील कुमार अग्रवाल के अनुसार पिछला ऑपरेशन फंगल इंफेक्शन से गंभीर रूप से ग्रसित महिला का किया गथा। उनकी जान बचाना मुश्किल था। इसलिए आपातकाल में उनकी सर्जरी की गई। अब तक बनारस में डॉ. अग्रवाल के संपर्क में फंगल इंफेक्शन के 24 मरीज आ चुके हैं। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि फंगल इंफेक्शन के सारे मरीज क्रिटिकल ही आ रहे हैं। वहीं तीन मरीज बुधवार को इमरजेंसी में आए थे, उनकी कोरोना रिपोर्ट का इंतजार है। जैसे ही रिपोर्ट निगेटिव आएगी, तत्काल बाद सर्जरी की जाएगी।

काली फंगस या म्यूकर माइकोसिस

म्यूकर माइकोसिस एक काली फंगस है जो फंगल स्पोर्स के नाक व फेफड़े में पहुंचने से फैलता है । यह नाक, साइनस, फेफड़े, चेहरे, मुख व आंख में फैल कर उसको नुकसान पहुंचाता है। वरिष्ठ फिजिशियन एसीएमओ डा. संजय राय ने बताया कि यह कोविड उपरांत एक खतरनाक बीमारी है और कभी कभी जानलेवा भी साबित होता है। एेसे में इससे संबंधित कोई भी लक्षण दिखने पर तत्काल सरकारी अस्पताल में या किसी भी चिकित्सक को दिखाकर सलाह लें। कोविड के दौरान बिना वजह स्टेरायड के उपयोग से बचें। बिना चिकित्सकीय सलाह के कोविड लक्षण होने पर स्टेरायड का सेवन न करें।

कारण

-कोविड के दौरान या अन्य कारण से लंबे समय तक स्टेरॉयड दी गई हो ।

-कोविड मरीज या किसी अन्य बीमारी से लंबे समय तक ऑक्सीजन पर रखना पड़ा हो या आइसीयू में ज्यादा दिन रखना पड़ा हो।

- डायबिटीज या मधुमेह अनियंत्रित हो।

- कैंसर ,किडनी ट्रांसप्लांट इत्यादि के लिए दवा चल रही हो।

लक्षण

- बुखार , सर दर्द , खांसी ,सांस फूलना ।

- नाक जाम या बंद होना। नाक से म्यूकस के साथ खून आना।

-नाक के ऊपर कालापन आना।

- आंख में दर्द सूजन , कम दिखना ।

-चेहरे में दर्द , सूजन या सुन्नपन

- मसूड़ों में सूजन, दांत दर्द, दांत हिलना।

-खांसी में बलगम में खून या उल्टी में खून आना।

chat bot
आपका साथी