आजमगढ़ जिले में सड़क हादसे में मऊ के तीन दोस्तों की मौत, सुबह पुलिस को हुई हादसे की जानकारी

आजमगढ़ में रफ्तार ने तीन दोस्तों की जान ले ली। हादसा बाइक के अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराने के कारण हुआ। पुलिस को हादसे की जानकारी सुबह हुई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। हादसे की भनक लगते ही पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 09:11 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 09:54 AM (IST)
आजमगढ़ जिले में सड़क हादसे में मऊ के तीन दोस्तों की मौत, सुबह पुलिस को हुई हादसे की जानकारी
आजमगढ़ में रफ्तार ने तीन दोस्तों की जान ले ली।

आजमगढ़, जागरण संवाददाता। जिले में तेज रफ्तार ने तीन दोस्तों की देर रात जान ले ली। हादसा बाइक के अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराने के कारण हुआ। पुलिस को इस हादसे की जानकारी सुबह हो सकी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। हादसे की भनक लगते ही पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया। मृत तीनों युवक मऊ जिले के रहने वाले हैं। स्‍थानीय लोगों के अनुसार रात में हादसे की जानकारी नहीं हो सकी थी। सुबह उधर से लोगों का गुजरना हुआ तो हादसे के बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंची लेकिन किसी को बचाने का मौका नहीं मिल सका। इसके बाद पुलिस ने विधिक कार्रवाई शुरू करने के साथ ही परिजनों को सूचित कर दिया तो उनका रो रोकर बुरा हाल हो गया। 

घोसी कोतवाली क्षेत्र के करीमुद्​दीनुपर गांव निवासी कलीम पुत्र नसीम की बुआ नबीला आजमगढ़ के मुबारकपुर अंतर्गत नेवादा मोहल्ला में रहती हैं। उनकी बेटी का दो दिन बाद 28 अक्टूबर को निकाह होना था। निकाह की तैयारियों में जुटा कलीम पड़ोस में रहने वाले अपने दोस्त आसिफ पुत्र अनीस और मदारपुर हुसैनपुर निवासी फैज पुत्र मेराज के साथ कुछ सामान पहुंचाने के लिए रविवार को बुआ के घर आया हुआ था। सोमवार की रात में तीनाें दोस्त बाइक से ही मऊ जा रहे थे कि मोहम्मदाबाद-मुबारकपुर मार्ग स्थित दरियाबाद पुल के निकट उनकी बाइक अचानक अनियंत्रित हुई तो एक पेड़ से जा टकराई।

देर रात में सुनसान होने से हादसे की जानकारी इलाकाई लोगों को सुबह हो पाई। राहगीरों की सूचना पर पुलिस तुरंत ही पहुंच गई, लेकिन उनके लिए कुछ करने को शेष नहीं बचा था। हादसे की भनक लगते ही मुबारकपुर से लेकर मऊ तक कोहराम मच गया। उनमें से किसी की शादी नहीं हुई थी। कलीम पांच भाइयों मे सबसे बड़े तो आसिफ पांच भाइयों में तीसरे नंबर का था, दोनों ही बुनकरी से जुड़े थे। फैज पढ़ाई करता था, जिसकी मृत्यु से तो परिवार का चिराग ही बुझ गया। बाइक की स्थिति देख लोग रफ्तार को ही हादसे की वजह बता रहे थे।

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