आजमगढ़ में एक के बाद एक कोरोना संक्रमण से परिवार में तीन मौतें, मृतक सूची से नाम गायब

इलाज के दौरान 29 अप्रैल को वाराणसी लेकर जाते समय रास्ते में दीपचंद प्रसाद पुत्र जीवधन (56) वर्ष की मौत हो गई। इसके बाद लगातार इनके परिवार में इंद्रावती पत्नी बालचंद एवं एक दिन बाद अभिषेक कुमार पुत्र बालचंद की भी मौत हो गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 04:02 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:02 PM (IST)
आजमगढ़ में एक के बाद एक कोरोना संक्रमण से परिवार में तीन मौतें, मृतक सूची से नाम गायब
आजमगढ़ में एक के बाद एक कोरोना संक्रमण से परिवार में तीन मौतें।

आजमगढ़, जेएनएन। सगड़ी तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांव के प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक विद्यालय, पर कोरोना से मृत अध्यापकों की सूची में नाम ना होने से मृतक प्रधानाध्यापक के परिजनों में खलबली मच गई। जानकारी के अनुसार मेघई खास गांव निवासी दीपचंद प्रसाद पुत्र जीवधान शिक्षा क्षेत्र अजमतगढ़ के पूर्व माध्यमिक विद्यालय जीयनपुर पर प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत थे जिनकी पंचायत चुनाव में पीठासीन अधिकारी के रूप में राजेंद्र स्मारक इंटर कॉलेज सेठवल रानी की सराय में ड्यूटी लगी थी ड्यूटी से घर लौटने के पश्चात इनकी तबीयत खराब हो गई।

इलाज के दौरान 29 अप्रैल को वाराणसी लेकर जाते समय रास्ते में दीपचंद प्रसाद पुत्र जीवधन (56) वर्ष की मौत हो गई। इसके बाद लगातार इनके परिवार में इंद्रावती पत्नी बालचंद एवं एक दिन बाद अभिषेक कुमार पुत्र बालचंद की भी मौत हो गई। किसी कारणवश तहसील क्षेत्र के मृतक अध्यापकों की सूची में इनका नाम न आने की वजह से पीड़ित दीपचंद प्रसाद की पत्नी सोनमती देवी ने उपजिलाधिकारी सगड़ी के यहां पहुंचकर मौखिक रूप से गुहार लगाया जिस पर उपजिलाधिकारी सगड़ी गौरव कुमार ने पीड़िता को आश्वासन देते हुए कहां कि चुनाव की ड्यूटी के 30 दिन के अंदर ही इनकी मौत हुई है आप लोग निश्चिंत रहें पत्रावली की जांच करा कर शासन को भेज दी जाएगी।

पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने की वजह से घर लौटने पर परिवार में एक के बाद एक लगातार हुई तीन मौतें। वही शासन प्रशासन की तरफ से कोरोना से मृत अध्यापकों के स्वजनों को मिलेगी सहायता का ऐलान होते ही सगड़ी की कोरोना से मृत अध्यापकों की सूची में नाम ना होने पर कोरोना से मृत अध्यापक दीपचंद के परिजन परेशान हो गए।

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