बलिया में खाद्यान्न घोटाले में पूर्व ब्लाक प्रमुख समेत तीन गिरफ्तार, ईओडब्ल्यू वाराणसी की टीम ने की छापेमारी

आर्थिक अपराध शाखा वाराणसी (ईओडब्ल्यू) की टीम ने गुरुवार की रात संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत खाद्यान्न वितरण में हुए कोरोड़ों के घोटाले में तत्कालीन ब्लाक प्रमुख प्रभुनाथ पटेल तुलसी राम तत्कालीन सेक्रेटरी निवासी निपनिया व कोटेदार ऋषिदेव सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 07:10 PM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 07:10 PM (IST)
बलिया में खाद्यान्न घोटाले में पूर्व ब्लाक प्रमुख समेत तीन गिरफ्तार, ईओडब्ल्यू वाराणसी की टीम ने की छापेमारी
बलिया में खाद्यान्न घोटाले में पूर्व ब्लाक प्रमुख समेत तीन गिरफ्तार

बलिया, जेएनएन। आर्थिक अपराध शाखा वाराणसी (ईओडब्ल्यू) की टीम ने गुरुवार की रात संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत खाद्यान्न वितरण में हुए कोरोड़ों के घोटाले में तत्कालीन ब्लाक प्रमुख प्रभुनाथ पटेल, तुलसी राम तत्कालीन सेक्रेटरी निवासी निपनिया व कोटेदार ऋषिदेव सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी को टीम अपने साथ लेकर वाराणसी चली गई।

वर्ष 2002 से 2006 के बीच योजना में करोड़ों का घोटाला हुआ था। जांच आर्थिक अपराध शाखा वाराणसी की टीम कर रही है। टीम शाम को मनियर थाना पुलिस के सहयोग से तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के परिजन मनियर थाने पर पहुंचकर छोड़ने का दबाव बनाने लगे, लेकिन ईओडब्ल्यू पर कोई असर नहीं पड़ा। ईओडब्ल्यू के इंस्पेक्टर कृष्ण मुरारी मिश्रा ने बताया कि खाद्यान्न घोटाले में यह सभी लोग आरोपित हैं, इन्हें वाराणसी ईओडब्ल्यू के न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। थानाध्यक्ष शैलेश सिंह ने बताया कि ये तीनों लोग गिरफ्तार हुए हैं। आरोपित पंचदेव तिवारी निवासी रामपुर पूरब तत्कालीन सेक्रेटरी की मृत्यु हो चुकी है। इस टीम में इंस्पेक्टर सुनील वर्मा आदि भी मौजूद थे।

ये है पूरा मामला

गरीबों को काम के बदले अनाज याेजना देने की योजना थी। इसमें हुए कोरोड़ों के घोटाले में आईएएस, डीएसओ, तहसीलदार, सीडीओ, पीडी, बीडीओ, कोटेदार, प्रधान, जनप्रतिनिधि आदि सहित 6055 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। इसमें बलिया के 17 ब्लाकों के कोटेदार, अधिकारी व कर्मचारी आरोपित हुए थे। इसकी जांच ईओडब्ल्यू की टीम कर रही है। मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ था। बताते चलें कि कुछ दिन पहले विधानसभा की आश्वासन समिति की बैठक में बलिया व जौनपुर में हुए घोटाले की जांच और उसमें हुई कार्रवाई की समीक्षा हुई थी। इसके बाद जांच टीम सक्रिय हो गई है।

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