Chandauli जिले में इस बार गेहूं की रिकार्ड खरीद, लक्ष्य से तीन गुना खरीद का दावा

कोरोना कर्फ्यू के दौरान मंडियों में ताला लटका तो किसानों के लिए सरकारी क्रय केंद्र सहारा बने। जिले में इस बार गेहूं खरीद का रिकार्ड कायम हुआ है। विभाग लक्ष्य के सापेक्ष लगभग तीन गुना अधिक खरीद का दावा कर रहा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 07:50 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 08:34 AM (IST)
Chandauli जिले में इस बार गेहूं की रिकार्ड खरीद, लक्ष्य से तीन गुना खरीद का दावा
कोरोना कर्फ्यू के दौरान मंडियों में ताला लटका तो किसानों के लिए सरकारी क्रय केंद्र सहारा बने।

चंदौली, जेएनएन। कोरोना कर्फ्यू के दौरान मंडियों में ताला लटका तो किसानों के लिए सरकारी क्रय केंद्र सहारा बने। जिले में इस बार गेहूं खरीद का रिकार्ड कायम हुआ है। विभाग लक्ष्य के सापेक्ष लगभग तीन गुना अधिक खरीद का दावा कर रहा है। वहीं किसानों के भुगतान की स्थिति भी ठीक है। लगभग 60 फीसद किसानों को भुगतान हो चुका है।

जिले में गेहूं खरीद के लिए 52 क्रय केंद्र खोले गए हैं। नगरों के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी क्रय केंद्र खोले गए हैं। 32 क्रय केंद्रों पर दो काटों से रोजाना 700 क्विटंल अनाज की खरीद की जा रही है। इससे इस बार गेहूं की रिकार्ड खरीद हो चुकी है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अब तक 45 हजार टन से अधिक अनाज खरीदा जा चुका है। वहीं 60 फीसद से अधिक किसानों के खाते में भुगतान भी किया जा चुका है। पिछली बार पूरे सीजन में जिले में मात्र 20 हजार टन अनाज ही खरीदा गया था। इस बार विभाग लक्ष्य से तीन गुना अधिक खरीद का दावा कर रहा है। अभी 15 जून तक क्रय केंद्र चालू रहेंगे। दरअसल, इस बार कोरोना काल में अनाज मंडियां ठप हो गईं। इससे बाजार भाव काफी गिर गया।

सरकार की ओर से 1975 रुपये प्रति क्विंटल मूल्य निर्धारित किया गया है, जबकि निजी खरीदार 1600 से 1700 रुपये तक कीमत दे रहे हैं। ऐसे में किसानों के लिए सरकारी क्रय केंद्रों का ही सहारा था। किसानों ने पंजीकरण कराकर अपनी उपज क्रय केंद्रों पर बेची। इससे इस बार खरीद का ग्राफ बढ़ गया। पिछले साल समर्थन मूल्य के आसपास ही बाजार भाव भी था। ऐसे में किसानों ने अनाज को अनाज की सफाई, क्रय केंद्र पर ले जाने और पल्लेदारी का खर्च मिलाकर लेखा-जोखा बराबर हो रहा था। इसलिए किसानों ने निजी खरीदारों को अनाज बेचने में दिलचस्पी दिखाई। इसके चलते पिछले साल गेहूं खरीद का ग्राफ नहीं बढ़ सका।

बोले अधिकारी : जिले में 52 केंद्रों पर अनाज की खरीद की जा रही है। किसानों को शासन के मानक के अनुरूप भुगतान भी किया जा रहा है। 15 जून तक खरीद जारी रहेगी। पंजीकृत किसान टोकन लेकर अपना अनाज बेच सकते हैं। - अनूप कुमार श्रीवास्तव, जिला खाद्य विपणन अधिकारीी। 

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