बलिया में केवल नाम का रह गया यह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पढ़ने के लिए नहीं आती छात्राएं

बलिया में नगरा-रसड़ा मार्ग पर स्थित रामलक्षण सिंह बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की कीमती जमीन पर अवैध कब्जा हो चुका है। छात्राओं की संख्या भी यहां संतोषजनक नहीं है। आज यह विद्यालय एक-एक छात्राओं को एकत्रित कर किसी तरह अपना कोरम पूरा कर रहा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 03:25 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 03:25 PM (IST)
बलिया में केवल नाम का रह गया यह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पढ़ने के लिए नहीं आती छात्राएं
प्रबंधक का कहना है कि शिक्षकों की तैनाती के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाता है लेकिन नतीजा सिफर है।

बलिया, जेएनएन। कभी क्षेत्र की बालिकाओं को बेहतर शिक्षा देने के मामले में अग्रणी नगरा स्थित रामलक्षण सिंह बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरायचावट लापरवाही व उपेक्षा के चलते अपने भाग्य पर आंसू बहाने को विवश हैं। सहायता प्राप्त अशासकीय इस विद्यालय में कभी छात्राओं की लंबी लाइन लगती थीं लेकिन आज यह विद्यालय एक-एक छात्राओं को एकत्रित कर किसी तरह अपना कोरम पूरा कर रहा है।

नगरा-रसड़ा मार्ग पर स्थित विद्यालय की कीमती जमीन पर अवैध कब्जा हो चुका है। छात्राओं की संख्या भी यहां संतोषजनक नहीं है। कक्षा 6 में 21, कक्षा 7 में 18, कक्षा 8 में 25, कक्षा 9 में 26 व कक्षा 10 में 15 छात्राएं पंजीकृत हैं। विद्यालय का भवन भी अब जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। विद्यालय में प्रभारी प्रधानाचार्य, एक अध्यापिका, एक लिपिक व पांच परिचारक कार्यरत हैं। तत्कालीन विधायक रामइकबाल सिंह द्वारा विधायक निधि से प्रदत्‍त कंप्यूटर कक्ष व उसमें खरीद कर रखे गए कंप्यूटरों का भी कहीं अता-पता नहीं है। प्रबंधक संतोष सिंह का कहना है कि शिक्षकों की तैनाती के लिए शासन को बार-बार प्रस्ताव भेजा जाता है लेकिन नतीजा सिफर रहता है। विद्यालय की भूमि पर अवैध कब्जे के मामले में न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन है।

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