श्वांस पर नियंत्रण रख एंजाइटी और इंसोमेनिया से बचाएगा यह एप, एनिमेटेड माध्‍यम से मिलेगी जानकारी

वाराणसी के दो युवा विवेक अरोड़ा और प्रशांत अरोड़ा ने एक एप्लिकेशन एएसएमआइ तैयार किया है। यह एप हमारे श्वांस अभ्यास को ठीक उपरोक्त दिए तमाम रोगों का उपचार करता है। इसे अब तक दो हजार से अधिक लोगों ने डाउनलोड कर लिया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 05:17 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 05:17 PM (IST)
श्वांस पर नियंत्रण रख एंजाइटी और इंसोमेनिया से बचाएगा यह एप, एनिमेटेड माध्‍यम से मिलेगी जानकारी
यह एप हमारे श्वांस अभ्यास को ठीक उपरोक्त दिए तमाम रोगों का उपचार करता है।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना ने अब हमारे अंदर एंजाइटी, डिप्रेशन, इंसोमेनिया (नींद न आना) और मेंटल पैनिक स्थिति उत्पन्न कर दी है। प्री-कोविड और पोस्ट कोविड  दोनों तरह के लोगों में यह समस्या देखने को मिल रही है। इससे उबरने के लिए कुछ लोग इंटरनेट मीडिया पर अपना अकाउंट डिलीट कर रहे हैं तो कुछ खुद को व्यस्त रखकर तनाव से उबरने के रास्ते तलाश रहे हैं। मगर दूसरी ओर यदि हम स्थिति से खुद को तैयार कर लें तो यह हमारे जीवन में दीर्घकालिक लाभ दे सकता है। इसी सोच के साथ वाराणसी के दो युवा विवेक अरोड़ा और प्रशांत अरोड़ा ने एक एप्लिकेशन एएसएमआइ तैयार किया है। यह एप हमारे श्वांस अभ्यास को ठीक उपरोक्त दिए तमाम रोगों का उपचार करता है।

श्वांस योग पर आधारित यह एप अलार्म की तरह है जो कि रोजाना सुबह हमें श्वांस अभ्यास के लिए सूचित करेगा। एप खोलते ही नौ प्रकार के श्वसन योग दिए रहते हैं, जिन पर बारी-बारी से क्लिक कर न्यूनतम तीन मिनट और अधिकतम 30 मिनट तक श्वांस अभ्यास कर सकते हैं। इस एप में सबसे बड़ी बात अनुशासन के साथ नियमतः योग करना सिखाता है। इसमें एक एनिमेटेड महिला एक्सपर्ट योग करते हुए बताती नियमों को पहले बताती है उसके बाद आपके साथ पूरे समय योग भी करती है। इस एप में महिला का ऑडियो काफी स्पष्ट सुनने को मिलता है जिससे हमारा श्वसन अभ्यास काफी सुगम और सरल बनाता है। यह एप गूगल प्ले स्टोर और एपल स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसे अब तक दो हजार से अधिक लोगों ने डाउनलोड कर लिया है वहीं राज्य सरकार से अब सहयोग के लिए बातचीत चल रही है।

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