बीएचयू में 30 जून नहीं होगी कोई परीक्षा, अस्पताल और जरूरी सेवाएं छोड़कर 15 मई तक पूरी तरह से बंद
बीएचयू में अब 30 जून के पहले कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। इसमें बीएचयू यूजी-पीजी की प्रवेश परीक्षा सेमेस्टर और सीएचएस व केंद्रीय विद्यालय आदि की परीक्षाएं शामिल हैं। परीक्षाओं की नई तिथि बाद में विश्वविद्यालय द्वारा घोषित किए जाएंगे।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू में अब 30 जून के पहले कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। इसमें बीएचयू यूजी-पीजी की प्रवेश परीक्षा, सेमेस्टर और सीएचएस व केंद्रीय विद्यालय आदि की परीक्षाएं शामिल हैं। परीक्षाओं की नई तिथि बाद में विश्वविद्यालय द्वारा घोषित किए जाएंगे। वहीं बीएचयू में अब 15 मई तक कोई ऑनलाइन कक्षाएं भी नहीं चलाई जाएंगी, क्योंकि छात्र से लेकर फैकल्टी तक हर कोई कोरोना से संक्रमित है, इसलिए पठन-पाठन कार्य होने में दिक्कत आ रही है। यह फैसला बुधवार को कार्यवाहक कुलपति प्रो. वी के शुक्ल की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों की एक बैठक में लिया गया।
यह भी बताया गया कि अस्पताल व अन्य जरूरी सुविधाएं छोड़कर बीएचयू 15 मई तक पूरी तरह से बंद रहेगा। इसके साथ ही कार्यालयीय कार्य के लिए विभागाध्यक्ष द्वारा विभागों और केंद्रों के शिक्षक और कर्मचारियों को कोविड दिशानिर्देशों के तहत कभी भी बुलाया जा सकता है। वहीं बीएचयू के जो भी कर्मचारी कोरोना से ग्रसित हो जा रहे हैं वह तत्काल संपदा कार्यालय को सूचित कर आकस्मिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। जिन्हें भी लक्षण आ रहे हैं वे सभी एमआरयूजीबी लैब में जांच कराकर स्वयं को आइसोलेट करें। पाजिटिव रिपोर्ट आने पर स्वास्थ्य संकंल के डाक्टरों से संपर्क करें।
इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसर में बाहरी व्यक्तियों का अनावश्यक आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा। वहीं मुख्य द्वार को छोड़कर अब सारे छोटे द्वार बंद ही रहेंगे। इस बैठक में सभी संस्थानों के निदेशक, परीक्षा नियंता प्रो. मनोज पांडेय, छात्र अधिष्ठाता प्रो. एम के सिंह, कुलसचिव डॉ नीरज त्रिपाठी, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. आनंद चौधरी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
350 नर्सिंग स्टाफ व 62 लैब तकनीशियन भर्ती प्रक्रिया मुकम्मल
बीएचयू के एम्फीथिएटर ग्राउंड में डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन) की ओर से बन रहे अस्थाई कोविड हास्पिटल का 90 फीसद काम पूरा हो चुका है। सात मई तक यहां 250 बेड का अाइसीयू वार्ड शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए वार्ड में लगी आत्याधुनिक मशीनों का परीक्षण किया जा रहा है, जो 48 घंटे तक चलेगा। वहीं हास्पिटल के लिए 350 नर्सिंग स्टाफ व 62 लैब तकनीशियन के साक्षात्त्कार की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है, जिनके परिणाम छह मई को प्रदर्शित होंगे। बीएचयू में बनने वाला यह अस्थाई अस्पताल असल में दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय का विस्तार केंद्र होगा, लेकिन संचालन की जिम्मेदारी डीआरडीओ की होगी।