बनारस के हड़ताली बुनकर बोले - 'सरकार की बेरुखी से पॉवरलूम बेचने तक की आ गई है नौबत'

बनारस के हड़ताली बुनकरों का कहना है कि सरकार की बेरुखी से पॉवरलूम बेचने तक की नौबत आ चुकी है। जबकि सरकार बिजली के फ्लैट रेट को लेकर बनारस सहित प्रदेसग के बुनकरों को जरा भी राहत नही दे रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 07:46 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 07:46 PM (IST)
बनारस के हड़ताली बुनकर बोले - 'सरकार की बेरुखी से पॉवरलूम बेचने तक की आ गई है नौबत'
सरकार की बेरुखी से पॉवरलूम बेचने तक की बुनकरों को नौबत आ गई है।

वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के सैकड़ों बुनकरों ने फ्लैट रेट पर बिजली की मांग को लेकर बुधवार को मुह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। मिर्जामुराद क्षेत्र के नागेपुर, बेनीपुर, उसरापट्टी, नेवाजकापुरा मेहदीगंज आदि गांव से आये सैकड़ों बुनकर बेनीपुर उसरापट्टी गांव के डीहबाबा मंदिर पर एकत्रित होकर सभा किया। जहां बुनकरों ने बढ़े बिजली दाम के विरोध में नारे लगाये, आक्रोशित बुनकरों ने कहा कि अभी तक हमें बिजली की पुरानी व्यवस्था 2006 के बिजली विभाग के अधिनियम के अनुसार बुनकरों को एक पावरलूम पर प्रतिमाह 70-75 रुपये बिजली का बिल चुकाना पड़ता था। लेकिन, सरकार ने नये नियम बनाकर इस व्यवस्था को खत्म कर दिया नई व्यवस्था के लागू होने के बाद उन्हें अब महीने के कई गुना बिजली का बिल देना पड़ेगा। जो कि फिलहाल उनके बस की बात नहीं है। बुनकरों ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से पैदा हुए आर्थिक संकट के कारण बुनकर पहले ही भुखमरी और फाकाकशी पर मजबूर हो गए हैं। बुनकरों के सामने पेट पालने के लिए घर के ज़रूरी सामान और पॉवरलूम को कबाड़ के भाव बेचने जैसी नौबत आ गयी है। ऐसे में बढ़ी हुई बिजली की दरें बुनकर समाज की आर्थिक स्थिति और बदहाल कर देगी। महामारी की मार झेल रहे बुनकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से सरकार से  गुहार लगायी है।

लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि बनारस के बुनकर पिछले कई दिन से मुर्री बन्द करके विरोध प्रदर्शन कर रहे है। बनारस की संस्कृति, हस्तशिल्प,और बुनकरों की आजीविका को बचाना बेहद जरुरी है। बनारस में बुनकरों की आबादी लगभग डेढ़ लाख के करीब है। कोरोना महामारी से परेशान बुनकरों को आर्थिक सहायता दिया जाय। बुनकरों को फिक्स रेट पर बिजली दी जाय और जिन बुनकरों के खिलाफ भी आर सी जारी हुई है उसे वापस लिया जाए।

कार्यक्रम में मुख्यरूप से नन्दलाल मास्टर, रमेश, विनोद, जटाशंकर गुप्ता, शंभूनाथ, दूधनाथ, बाबूलाल, सुरेन्द्र, राजेन्द्र, मेघनाथ, सिकन्दर, लल्ला, महाजन, अशोक, विनोद, अजित कुमार, राजनाथ, पप्पू, लालबहादुर, धर्मेन्द्र पटेल, संतोष कुमार, श्यामसुन्दर मास्टर, सुनील, राम बचन, अमित, सुनील, कल्लू, विनोद, राजेश आदि लोग रहे। धरने का नेतृत्व पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रमेश पटेल, अध्यक्षता विनोद पटेल तथा संचालन लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने किया।

chat bot
आपका साथी