वाराणसी में स्क्रीनिंग की कोताही से गहरी हो सकती है कोरोना के तीसरी लहर के खतरे की खाई
कई प्रांतों में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा सहित जिला प्रशासन रोकथाम की तैयारियों में जुट भी गया है। मगर दूसरे प्रदेशों से बनारस आने वालों की लचर स्क्रीनिंग के चलते अब बनारस में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। कई प्रांतों में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा सहित जिला प्रशासन रोकथाम की तैयारियों में जुट भी गया है। मगर दूसरे प्रदेशों से बनारस आने वालों की लचर स्क्रीनिंग के चलते अब बनारस में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
दरअसल, मार्च 2021 से ही संक्रमित प्रदेशों से आने वालों की स्क्रीनिंग के लिए एयरपोर्ट समेत रेलवे स्टेशनों व रोडवेज पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगाई गई थीं। दूसरी लहर से ठीक पहले होली पर लौटने वालों की स्क्रीनिंग में भी इसी तरह की कोताही बरती गई थी। इसके चलते जनपद में अचानक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे थे। प्रबंधन करने में स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। अब एक बार फिर तीसरी लहर आने को है और कोताही का आलम पहले जैसा। वहीं दूसरी ओर धर्मस्थलों के साथ ही माल व प्रमुख बाजारों में न सिर्फ मास्क लगाने में लोग लापरवाही कर रहे हैं, बल्कि भीड़ में शारीरिक दूरी नियम का पालन भी नहीं हो पा रहा है। हालांकि, स्थिति के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अब स्क्रीनिंग के लिए टीम बढ़ाने की तैयारी कर रहा है।
ट्रेन से लेकर रोडवेज तक में मास्क की जांच तक नहीं हो रही दूसरी ओर भीड़ की निगरानी भी न होने से रेलवे और रोडवेज के साथ ही मिली छूट का लोग भरपूर लाभ उठाकर कोरोना की तीसरी लहर को मानो दावत मिलने जा रही है। जबकि वाराणसी में पर्यटन को छूट मिलने के बाद से ही आस्थावानों का दूसरे प्रदेश से आगमन भी शुरू हो गया है। विशेषज्ञों के अनुसार अगस्त में संक्रमण बढ़ने का अंदेशा था जबकि कई प्रदेशों में मामले बढ़ने भी लगे हैं।
बोले अधिकारी : एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन व रोडवेज पर टीम के सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इन स्थानों पर सख्ती के साथ स्क्रीनिंग सुनिश्चित कराई जाएगी। - डा. वीबी सिंह, सीएमओ।