वाराणसी और आजमगढ़ में तैनात रहे सिपाही ने मुगलसराय थाने की बनाई थी वसूली लिस्ट
मुगलसराय कोतवाली पुलिस पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप की सूची तैयार करने में वाराणसी व आजमगढ़ के सिपाही का नाम सामने आ रहा। तैनाती के दौरान सिपाही भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भी जा चुका है। पुलिस की वायरल सूची के 20 लोगों में दो की मौत हो चुकी है।
चंदौली, जेएनएन। मुगलसराय कोतवाली पुलिस पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप की सूची तैयार करने में वाराणसी व आजमगढ़ के सिपाही का नाम सामने आ रहा। तैनाती के दौरान सिपाही भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भी जा चुका है। पुलिस की वायरल सूची के 20 लोगों में दो की मौत हो चुकी है। जबकि जांच अधिकारी के बयान में बाकियों ने रुपये देने की बात से इंकार किया है। वहीं नगर की एक महिला के बीच वाट्सएप पर हुई चैटिंग की फोटो वायरल होने के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है। महिला पर कोतवाल को ब्लैकमैल करने का आरोप लगा है। अब सूची वायरल होने के बाद हर कोई अपने बचाव के लिए हाथ पैर मार रहा है। जांच में क्या सामने आता है, इसका इंतजार है। हालांकि पुलिस का कहना है कि नगर की महिला और चर्चित सिपाही ने मिलकर यह साजिश रची है।
पूर्व आइपीएस अमिताभ ठाकुर ने पीडीडीयू नगर कोतवाली पुलिस पर महीने में 35 लाख रुपये की वसूली करने का लिस्ट वायरल किया था। गांजे से ही 25 लाख रुपये वसूलने का आकलन है। सूची में नगर के चर्चित लोगों का नाम होने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। सवाल यह उठ रहा है कि चंदौली जनपद में तैनाती न होने के बावजूद चर्चित सिपाही ने नगर के चुनिंदा लोगों का नाम लिखा है। जांच में स्पष्ट होगा कि सूची बनाने में और कौन कौन लोग शामिल थे। वैसे हर कोई अपने स्तर से बयानबाजी कर रहा है। जांच कमेटी पूरे मामले को ऊपर के अधिकारियों से रिपोर्ट को साझा कर दी है।
वहीं वायरल हो रही सूची को लेकर पुलिस महकमे भी खासी चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं जांच की आंच में अभी कोई नहीं आ रहा लेकिन मामले से जिस दिन राज खुलेगा उस दिन जिला पुलिस के कुछ चर्चित नाम भी उजागर होंगे और इस वसूली के खेल से भी पर्दा उठेगा। दूसरी ओर सोशल मीडिया में यह प्रकरण इन दिनों खासा चर्चा में बना हुआ है। दरअसल चंदौली जिला बिहार से सटा होने की वजह से शराब तस्करी का इन दिनों बड़ा ठिकाना बना हुआ है। तस्कर यहां काफी समय से पुलिस की मिली भगत से शराब बिहार पहुंचाते रहे हैं। कुछ माह पूर्व तस्करी को लेकर ही वाराणसी के रामनगर थाने और चंदौली पुलिस के बीच विवाद सामने आया था।