काशी में संकटमोचन दरबार के कपाट आम लोगों के लिए रविवार से खुलेंगे

कोरोना संक्रमण काल के दौरान लॉकडाउन में बंद हुए संकटमोचन दरबार के कपाट अब आम लोगों के लिए रविवार से खुलने जा रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 03:40 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 04:51 PM (IST)
काशी में संकटमोचन दरबार के कपाट आम लोगों के लिए रविवार से खुलेंगे
काशी में संकटमोचन दरबार के कपाट आम लोगों के लिए रविवार से खुलेंगे

वाराणसी, जेएनएन। लंबे समय से कोरोना संक्रमण काल के दौरान लॉकडाउन में बंद हुए संकटमोचन दरबार के कपाट अब आम लोगों के लिए रविवार से खुलने जा रहे हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए विशेष तौर पर सुरक्षा व्‍यवस्‍था का खाका खींचा गया है। परिसर को नियमित सैनिटाइज करने के अलावा शारीरिक दूरी के अतिरिक्‍त अन्‍य सुरक्षा उपाय भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मंदिर में किए जा रहे हैं।

काशी की धर्मप्रिय जनता के लिए संकट मोचन मंदिर आम भक्‍तों के लिए खोलना किसी खुशखबरी से कम नहीं है। काशी के प्रसिद्ध मंदिरों में शुमार संकटमोचन मंदिर रविवार 20 सितंबर से आम जनता के दर्शनार्थ खोल दिया जाएगा। हालांकि मंदिर के अंदर दर्शनार्थियों के लिए शर्त यह होगी कि मंदिर में एक बार केवल दस दर्शनार्थी ही संकटमोचन हनुमान जी का दर्शन कर पाएंगे।

इस आशय का एक पत्र सूचना के तौर पर अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने शनिवार को जिलाधिकारी को भेजा है। मंदिर खुलने की पूर्व जानकारी दैनिक जागरण ने शुक्रवार के अंक में महंत प्रो. मिश्र के मुताबिक दी थी। प्रो मिश्र के अनुसार पितृ पक्ष बीत गया है। पुरुषोत्तम मास (आश्विन शुक्ल पक्ष) के आरंभ होने पर धर्म संबंधी शुभ कार्य होना चाहिए। इसी को ध्यान में रखकर आश्विन मास शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 20 सितंबर रविवार से मंदिर आम जनता के लिए दर्शनार्थ कुछ बंदिशों के साथ खोल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि तृतीया तिथि को चित्रा नक्षत्र है। इस दिन तीन योगों एन्द्री, यायी जययोग और रवि योग का संयोग बन रहा है। रवि योग की विशेषता है कि यह सौ कुयोगों को काटता है।

उन्होंने बताया कि मंदिर पहले चरण में सख्त बंदिश के साथ खोला जाएगा। इस चरण में दो पालियों में दर्शन होंगे। पहली पाली की अवधि प्रातःकाल छह बजे से पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे तक और दूसरी पाली अपराह्न तीन बजे से छह बजे तक ही होगी। इस दौरान आम दर्शनार्थी प्रवेश पा सकेंगे। मंदिर में आरती के समय आम श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित किया गया है। यह भी आवश्यक किया गया है कि मंदिर में एक साथ 10 ही लोग प्रवेश पा सकेंगे। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण मंदिर को 21 मार्च शनिवार से आम दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया था। तब से लेकर अबतक मंदिर में प्रतिदिन भोग व आरती का क्रम मंदिर की तरफ से हो रहा है।

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