वाराणसी में मां गंगा को प्रणाम कर बोले सीएम योगी आदित्यनाथ- 'भव्य होगा बाबा श्री काशी विश्वनाथ धाम'

वाराणसी में एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे सीएम योगी ने मां गंगा को प्रणाम किया। मीडिया से सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी में बन रहा बाबा दरबार के साथ ही श्री काशी विश्वनाथ धाम भी भव्य होगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 10:06 PM (IST) Updated:Sun, 01 Nov 2020 07:37 AM (IST)
वाराणसी में मां गंगा को प्रणाम कर बोले सीएम योगी आदित्यनाथ- 'भव्य होगा बाबा श्री काशी विश्वनाथ धाम'
वाराणसी में मां गंगा को प्रणाम कर श्री काशी विश्वनाथ धाम का जायजा लिया।

वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार की देर शाम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। दर्शन पूजन के पश्चात उन्होंने निर्माण कार्यों को देखा और पत्रकारों को बताया कि श्री काशी विश्वनाथ का धाम भव्य होगा।

मुख्यमंत्री करीब 8.10 बजे मंदिर प्रांगण पहुंचे। इस दौरान मंदिर परिसर में सप्त ऋषि आरती चल रही थी, जिसमें शामिल हुए। आरती के पश्चात उन्होंने बाबा काशी विश्वनाथ का विधि विधान से पूजन किया। पूजन के पश्चात मुख्यमंत्री मुख्य प्रवेश द्वार से शनि मंदिर अक्षय वट हनुमान मंदिर होते हुए ज्ञानवापी मंडप पहुंचे। मंदिर परिसर के चारों ओर हो रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री रानी भवानी उत्तरी प्रवेश द्वार पर चुनार के लाल बलुआ पत्थरों को तराश कर बनाए जा रहे नए प्रदक्षिणा मार्ग और भव्य प्रवेश द्वार के डिजाइन को देखा पत्थरों को तराश कर जो नक्काशी उभरकर आई उसको देखने के बाद मुख्यमंत्री ने इसे श्री बाबा विश्वनाथ की कृपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना को साकार बताया। इसके बाद मुख्यमंत्री श्री काशी विश्वनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों को देखने के लिए गंगा तट तक गए मंदिर चौक, मुमुक्षु भवन, सिटी म्यूजियम, वाराणसी गैलरी सहित कई निर्माण के बारे में जानकारी ली।

इस दौरान मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि भवनों का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। बारिश के पश्चात जेट्टी का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। इसके पश्चात मुख्यमंत्री मणिकर्णिका घाट पर बने रैंप से होते हुए मणिकर्णिका घाट, जलासेन और ललिता घाट पर गए। उन्होंने जेट्टी के निर्माण कार्य के बारे जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने मां गंगा को प्रणाम करते हुए आचमन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्य समय पर गुणवत्ता पूर्वक पूरे किए जाएं। इस दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि जलासेन घाट पर बने पुराने निर्माण को संरक्षित किया जाएगा। साथ ही गोयनका लाइब्रेरी को भी संरक्षण करने की योजना बनाई गई है। इस पर मुख्यमंत्री ने सभी मंदिरों पुरानी धरोहरों को संरक्षित करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री अपने गंतव्य को रवाना हो गए। मुख्यमंत्री के साथ धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकण्ठ तिवारी, मंत्री रविंद्र जायसवाल, ओएसडी रमेश सिंह, एसडीएम विनोद सिंह सिंह, अपर मुख्यकार्यपालक अधिकारी निखलेश मिश्र सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे।

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