वाराणसी में कन्वेंंशन सेंटर रुद्राक्ष की टेस्टिंग पूरी, समारोह में भारत व जापान के प्रतिनिधि होंगे शामिल
जापान की 186 करोड़ की आर्थिक व तकनीकी सहायता से अंतरराष्ट्रीय कन्वेंंशन सेंटर रुद्राक्ष बनकर तैयार है। अब उद्घाटन का इंतजार है जिसकी तिथि पीएमओ की सहमति से तय होगी। इस समारोह में भारत सरकार व जापान सरकार के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
वाराणसी [विनोद पांडेय]। पीपीपी मॉडल पर संचालित होने वाले अंतरराष्ट्रीय कन्वेंंशन सेंटर रुद्राक्ष की टेस्टिंग पूरी हो गई है। स्मार्ट सिटी कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञों ने इसे 'टेस्टेड ओके कह दिया है। अब उद्घाटन का इंतजार है जिसका कोरोना संक्रमण काल के दौरान कम ही आसार है। हालांकि, जब भी समारोह की तिथि तय होगी, उसमें पीएमओ की सहमति रहेगी। इससे पूर्व रुद्राक्ष के संचालन के लिए आइएसडब्ल्यूएचसी (इंडियन सैनिटेशन वार्ड ब्वाय एंड हॉर्टिकल्चर कंट्रेक्टर) कंपनी से वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी का 10 वर्षों के लिए अनुबंध हुआ है। इसके तहत आइएसडब्ल्यूएचसी कंपनी के साथ वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी का 37 फीसद शेयर तय किया गया है। इसके तहत मिलने वाले राजस्व को अलग से सुरक्षित रखा जाएगा।
शासन स्तर पर तय होगा कि इसे नगर निगम निधि में सम्मलित किया जाए या फिर अन्य मदों में आरक्षित रहे। यह दोनों देशों की दोस्ती की काशी में पहली इमारत है। काशी प्रवास पर आए तत्कालीन जापानी पीएम आबे चाहते थे कि बनारस में संस्कृति व कला की विरासत को आधुनिक मंच प्रदान हो सके साथ ही जहां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों को भी बुलाया जा सके। उनकी इसी इच्छा का मूर्त रूप है यह कन्वेंशन सेंटर।
वियतनाम की कुॢसयां, जापान का आडियो-विजुअल सिस्टम : रुद्राक्ष कन्वेंंशन सेंटर में जापान का जो ऑडिया विजुअल सिस्टम लगा है वैसा देश में कहीं नहीं है। इसके निर्माण में मेक इन इंडिया का भी पूरा ध्यान रखा गया है। विश्व स्तरीय मानकों पर सुविधाएं प्रदान करने के लिए जापान व वियतनाम से भी सामान मंगाए गए हैं। मुख्य हाल में 12 सौ लोगों के बैठने की सुविधा है जिनके लिए वियतनाम से कुॢसयां आई हैं। इसके अलावा कांफ्रेंस करने के लिए दो छोटे हाल हैं। एक गैलरी है जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी लगाने की व्यवस्था है। कार पाॄकग, लाबी, लान आदि रुद्राक्ष की खूबसूरती में चार चांद लगा रहे हैं।
दिव्यांगजनों की सुविधा का पूरा ध्यान : इस इमारत के निर्माण में दिव्यांगजनों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा गया है। रास्ते, गैलरी, सीढिय़ां, लिफ्ट, शौचालय, हॉल, फूड कोर्ट आदि की जानकारी ब्रेल लिपि में भी दी गई है। मेन हॉल में अगल से व्हील चेयर रो बना है जिसकी क्षमता 16 है। आश्यकतानुसार क्षमता को बढ़ाया भी जा सकता है। पूरी बिल्डिंग में हरियाली का भी पूरा ध्यान रखा गया है। इसके लिए ग्रिहा (ग्रीन रेटिंग फार इंटिग्रेटेड हैबिटेड असेसमेंट) के मानकों का आधार बनाया गया है। ग्रिहा ने इसे थ्री स्टार रेटिंग दी है। बेहरीन शीशे, ईको फ्रेंडली दीवारों के अलावा भवन के ऊपर बने 108 रुद्राक्ष को देखते नजरें नहीं हट रही हैं।
एक नजर में अंतरराष्ट्रीय कन्वेंंशन सेंटर रुद्राक्ष
-तीन एकड़ परिसर का क्षेत्रफल
-186 करोड़ लागत
-1200 लोगों की क्षमता का मेन हाल
-120 लोगों की क्षमता का दो कांफ्रेस हाल
-एडवांस मैकेनिकल सिस्टम आभासी प्लस थ्री-डी
-मंच के अलावा मोबाइल प्रोजेक्टर स्क्रीन
-साउंड, लाइट व कंर्टन सिस्टम के लिए इंटीग्रेटड बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम
-संरक्षा व सुरक्षा के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल रूम
-किचन के साथ एक वीआइपी रूम
-महिलाओं और पुरुषों के लिए दो जनरल ड्रेसिंग रूम अलग-अलग, पेंट्री के साथ दो बड़े ड्रेसिंग रूम कलाकारों के लिए
-दो सौ किलो वॉट का कनेक्शन
-120 किलो वॉट का सौर ऊर्जा प्लांट
-500-500 किलो वॉट के दो डीजी सेट
-120 चार पहिया वाहनों की क्षमता वाली पाॄकग
-सीसीटीपी कैमरा से लैस परिसर व भवन का कोना-कोना
-अग्निशमन मानकों का पूरा ख्याल
-मोशन सेंसबल लाइटें
-बाहर जापानी शैली में विकसित किया गया बागीचा
वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी का 10 वर्षों के लिए अनुबंध हुआ
इस कन्वेंंशन सेंटर का संचालन पीपीपी मॉडल पर होगा। इसके लिए इंडियन सैनिटेशन वार्ड ब्वाय एंड हॉर्टिकल्चर कंट्रेक्टर कंपनी से वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी का 10 वर्षों के लिए अनुबंध हुआ है। कंपनी ऑपरेशनल, मेंटनेंस के साथ ही बिजनस भी करेगी।
-दीपक अग्रवाल, कमिश्नर
फेस्टिवल संग टूर पैकेज भी
नगर आयुक्त व वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ गौरांग राठी के अनुसार बिजनेस के मद्देनजर व्यापक ब्लू प्रिंट बना है। पूरे उत्तर भारत को आकर्षित करने की योजना है क्योंकि यहां आने-जाने के लिए एयरपोर्ट के साथ ही रेल व सड़क मार्ग की बेहतरीन कनेक्टिविटी है। राष्ट्रीय स्तर के फिल्म फेस्टिवल, एवार्ड समारोह आदि आयोजन को आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ पर्यटन को बढ़ावा देने टूर पैकेज भी जोड़ जाएगा। समारोह में आने वाले पैकेज के तहत जल मोटर यान से गंगा में नौका विहार, श्रीकाशी विश्वनाथ दर्शन-पूजन, मान मंदिर, सारनाथ भ्रमण आदि का लाभ उठा सकते हैं। स्थानीय स्तर के छोटे-बड़े कार्यक्रमों के लिए भी बुकिंग की सुविधा होगी।