अहमदाबाद मोटेरा स्टेडियम ईशांत शर्मा ही नहीं वाराणसी वालों के लिए भी खास है टेस्ट मैच

भारत और इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में बुधवार को शुरू सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच तेज गेंदगाज ईंशांत शर्मा ही नहीं काशीवासियों के लिए भी यादगार है।अहमदाबाद का यह स्टेडियम अब काशी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से जाना जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 06:10 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 12:35 PM (IST)
अहमदाबाद मोटेरा स्टेडियम ईशांत शर्मा ही नहीं वाराणसी वालों के लिए भी खास है टेस्ट मैच
तेज गेंदगाज ईंशांत शर्मा ही नहीं काशीवासियों के लिए भी यादगार है।

वाराणसी, जेएनएन। भारत और इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में बुधवार को शुरू सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच तेज गेंदगाज ईंशांत शर्मा ही नहीं काशीवासियों के लिए भी यादगार है। पहला तो यह कि अहमदाबाद का यह स्टेडियम अब काशी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से जाना जाएगा। वहीं दूसरी ओर काशी के दामाद ईशांत शर्मा यहां अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं। यही वजह है कि जब ईशांत तीसरे टेस्ट मैच का पहला ओवर लेकर गेंदबाजी करने उतरे तो काशी भी बोल उठी... शाबाश ईशांत।

भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा की ससुराल वाराणसी के परमहंस नगर कालोनी (शिवपुर) में है। अपराह्न ढाई बजे मैच शुरू होने से पहले ही उनके ससुर गौरीशंकर सिंह और सास उॢमला सिंह टीवी के सामने डट गए। मैच के दूसरे ही ओवर में ईशांत ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज डोम सिबले को रोहित शर्मा के हाथों स्लिप में कैच करा पैवेलियन की राह दिखाई, तो दोनों खुशी से झूम उठे। ईशांत की सास उॢमला सिंह ने कहा, '100वां टेस्ट मैच खेलने के लिए बेटे ईशांत को ढेरों शुभकामनाएं। हम सबका आशीर्वाद और देशवासियों का प्यार आपके साथ है। आप यूं ही देश का नाम रोशन करते रहिए।

बनारस में घूमना ईशांत को लगता है अच्छा : प्रतिमा

अहमदाबाद में मौजूद ईशांत की पत्नी प्रतिमा ने फोन पर वार्ता में कहा कि वाराणसी में घूमना और समय बिताना ईशांत को अच्छा लगता है। खासकर सुबह नौका विहार और शाम को गंगा आरती में शामिल होना उन्हेंं पसंद है। वह जब भी बनारस आते हैं तो नौका विहार जरूर करते हैं। काशी के घाट उन्हेंं खूब लुभाते हैं। प्रतिमा ने कहा, ईशांत थोड़े शॢमले स्वभाव के हैं। मीडिया से थोड़ा परहेज करते हैं। यही वजह है कि वह जब भी वाराणसी आते हैं, मीडिया से दूरी बनाकर ही रखते हैं। हालांकि अपने परिवार और दोस्तों को वह पूरा समय देते हैं।

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