कोरोना की तीसरी लहर को लेकर उपकरण के लिए बीएचयू में टेंडर, सर सुंदरलाल अस्पताल में तैयार हो रहे 200 बेड
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू के सर सुंदरलाल असतपल में तैयारी तेज हो गई है। यहां के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में 100 बेड तैयार किए गए हैं जिसमें 50 बेड का पीडियाट्रिक आइसीयू होगा।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के सर सुंदरलाल असतपल में तैयारी तेज हो गई है। यहां के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में 100 बेड तैयार किए गए हैं, जिसमें 50 बेड का पीडियाट्रिक आइसीयू होगा। इसके साथ ही यहां पर 100 बेड एमसीएच विंग भी बनकर तैयार है। इसके अलावा ट्रामा सेंटर में भी बच्चों के लिए 20 बेड तैयार किए जा रहे हैं। इन सभी के लिए वेंटिलेटर, सीपैप, वाइपैप, एचएसएनसी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड आदि मशीनों के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।
13 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर प्रशासन को सौंपा गया
वैसे बच्चों के उपचार एवं आपरेशन के लिए बीएचयू के बाल रोग एवं बाल शल्य विभाग में तमाम सुविधाएं हैं। यहां पर पूर्वांचल के साथ ही बिहार के भी मरीज आते हैं। यहां पर पहले सही पीकू (पीडियाट्रिक आइसीयू) व नीकू (नियोनेटल आइसीयू) एसएनसीयू के पर्याप्त मात्रा में बेड संचालित हो रहे हैं। साथ ही बच्चों के उपचार के लिए सभी रोग के विशेषज्ञ भी हैं। इसलिए सरकार का भी पूरा जोर हैं कि बीएचयू में ही तीसरी लहर को लेकर विशेष तैयारी की जाए। इसके लिए बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजनीति प्रसाद एवं नीकू इंजार्च प्रो. अशोक कुमार की ओर से 13 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर प्रशासन को सौंपा गया है। एसएस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि बच्चों के उपचार के उपयोग में आने वाली मशीनों एवं उपकरण खरीद के लिए टेंडर जारी किया गया है। इसके साथ ही पहले जो मशीनें थी उससे 10 से अधिक बेड का पीकू तैयार कर लिया गया है। वहीं ट्रामा सेंटर के आचार्य प्रभारी प्रो. सौरभ सिंह का कहना है कि उनके यहां भी बच्चों के लिए 20 बेड तैयार किए जा रहे हैं। ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।