दुबई-शारजाह में मिलेगा पूर्वांचल की हरी सब्जियों का स्वाद, फार्मर प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन की पहल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प साकार होने लगा है। कोरानाकाल के बाद पहली बार पूर्वांचल के किसानों की सब्जियां दुबई और शारजाह भेजी जा रही हैैं। इस पहल से किसानों में बेहतरी की नई उम्मीद जगी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 10:05 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 10:05 PM (IST)
दुबई-शारजाह में मिलेगा पूर्वांचल की हरी सब्जियों का स्वाद, फार्मर प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन की पहल
मंगलवार शाम तक सब्जियां वाराणसी से शारजाह और वहां से दुबई पहुंच जाएंगी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प साकार होने लगा है। कोरानाकाल के बाद पहली बार पूर्वांचल के किसानों की सब्जियां दुबई और शारजाह भेजी जा रही हैैं। खास यह कि अब तक कालीन के कारोबार से जुड़े भदोही के एक कारोबारी भी फार्मर प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन (एफपीओ) के माध्यम से सब्जियों के निर्यात में सहभागी बने हैैं। इस पहल से किसानों में बेहतरी की नई उम्मीद जगी है। मंगलवार शाम तक सब्जियां वाराणसी से शारजाह और वहां से दुबई पहुंच जाएंगी।

बाबतपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान आइएक्स-183 मंगलवार दोपहर 12.15 बजे उड़ान भरकर करीब चार बजे शारजाह पहुंचेगा। इसमें दो टन का कार्गो होगा, जिसमें परवल, ङ्क्षभडी, नेनुआ कुंदरू व सूरन आदि सब्जियां होंगी। भदोही के फार्मर प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन (एफपीओ) ने सब्जियां इक_ी कर वाराणसी भेज दी हैं। कार्गो में प्रयागराज व बनारस के किसानों की सब्जियां भी होंगी। किसानों को खेती-किसानी के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने पूर्वांचल के लिए यह अभिनव पहल की है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में पूर्वांचल से अन्य कृषि उत्पाद भी खाड़ी देशों को निर्यात किए जाएंगे।

वैकल्पिक राह तलाश रहे कालीन कारोबारी

कोरोना से उपजी वैश्विक महामारी के चलते कालीन उद्योग को ठंडा पड़ते देख उद्यमी अब दूसरा रास्ता तलाशने में जुट गए हैं। गोपीगंज (छतमी) निवासी कालीन निर्यातक शाश्वत पांडेय (त्रिवेणी कारपेट) ने पहल करते हुए शासन द्वारा किसानों के लिए संचालित फार्मर प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन (एफपीओ) के माध्यम से कृषि उत्पादों का निर्यात शुरू किया है। इसके पहले वह आम का निर्यात कर चुके हैं।

निर्यातक पहले एफपीओ को देगा धनराशि

फिलहाल इन सब्जियों के निर्यात से प्राप्त होने वाली धनराशि निर्यातक एफपीओ को देंगे। एफपीओ अपने किसानों को देगा। शुरुआती दौर में किसानों का पैसा न फंसे, इसलिए एपीडा के माध्यम से निर्यातक से ही पैसा दिलाया जा रहा है। सब्जियों का निर्यात बढऩे के साथ ही किसानों को सीधे संबंधित देश के ग्राहकों से संपर्क कराने की योजना है। इसके बाद 14 अक्टूबर को भी वाराणसी से दो टन सब्जियों का कार्गो भेजने की तैयारी है।

वाराणसी से सब्जियां हवाई मार्ग से भेजी जा रही हैं

कोरोनाकाल के बाद पहली बार वाराणसी से सब्जियां हवाई मार्ग से भेजी जा रही हैं। दुबई और शारजाह के लिए दो टन के कार्गो में परवल, भिंडी, कुंदरू, नेनुआ व सूरन भेजा जा रहा है। पूर्वांचल के किसानों की सब्जियां दूसरे देशों को भेजने से यहां के किसानों की आय में वृद्धि होगी।

- डा. सीबी सिंह, उप प्रबंधक, एपीडा।

chat bot
आपका साथी