शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की रामाग्रह यात्रा व श्रीराम मंदिर का शिलान्यास स्थगित

ज्योतिष एवं द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती स्वास्थ्य में सुधार होने के साथ शनिवार रात वाराणसी स्थित श्रीविद्या मठ पहुंच गए।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 11:49 AM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 09:04 PM (IST)
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की रामाग्रह यात्रा व श्रीराम मंदिर का शिलान्यास स्थगित
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की रामाग्रह यात्रा व श्रीराम मंदिर का शिलान्यास स्थगित

वाराणसी, जेएनएन। ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने रविवार को रामाग्रह यात्रा व श्रीराम मंदिर शिलान्यास स्थगित कर दिया। इसके लिए पुलवामा की घटना के बाद देश में बदली परिस्थितियों का हवाला दिया। शिष्यों की ओर से इस ओर ध्यान दिलाए जाने और मुख्यमंत्री से  सेलफोन पर वार्ता के बाद उन्होंने इसकी घोषणा कर दी। कहा अवसर के अनुकूल नया मुहूर्त निकालकर इस कार्यक्रम को भविष्य में पूरा किया जाएगा। 

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने प्रयागराज में आयोजित परम धर्म संसद के परमधर्मादेश में 17 फरवरी से रामाग्रह और 21 फरवरी को अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीराम मंदिर  शिलान्यास का संकल्प जताया था। गुरुवार को प्रयागराज में अस्वस्थ होने पर उन्हें बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे असमंजस की स्थिति बन गई थी लेकिन शनिवार रात डाक्टरों का आग्रह अस्वीकार करते हुए शंकराचार्य केदारघाट स्थित विद्यामठ पहुंचे और पूर्व नियत समय अनुसार यात्रा व शिलान्यास को लेकर अपनी दृढ़ता जता दी। इसके लिए उन्हें दोपहर 12 बजे प्रयागराज प्रस्थान करना था। इससे पहले उनके प्रमुख शिष्य और सहयोगियों स्वामी सदानंद सरस्वती, ब्रह्मïचारी सुबुद्धानंद, डा. श्रीप्रकाश मिश्र आदि ने टीवी पर पुलवामा घटना व उससे उपजी परिस्थितियों की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया और डीएम सुरेंद्र सिंह ने भी यही अनुरोध किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष स्वामी नरेंद्र गिरि ने पत्र लिख कर और सीएम योगी आदित्यनाथ ने सेलफोन पर इस आशय का अनुरोध किया। इस पर शंकराचार्य ने कहा कि हम देश के साथ हैं। कश्मीर की आतंकवादी गतिविधियों से देश में युद्ध जैसा वातावरण बन गया है। आतंकवाद से पीडि़त हमारे सैनिकों के परिवार अत्यंत व्यथित हैं। देश की रक्षा के लिए अपने प्राणोत्सर्ग करने वाले नौजवान सैनिकों को हम श्रद्धांजलि देते हैं। उन्होंने राष्ट्र को संदेश देते हुए कहा कि यह समय एकजुट हो आतंकियों और उनके पीछे खड़े लोगों के विरुद्ध अपनी दृढ़ता का परिचय देने का है। हमें यह आशंका दिखती है कि रामाग्रह यात्रा व शिलान्यास कार्यक्रम से पूरे राष्ट्र का ध्यान भटक सकता है। यद्यपि श्रीराम जन्म भूमि के संदर्भ में लिया गया निर्णय सामयिक व आवश्यक है लेकिन हम नहीं चाहेंगे कि हमारा कोई कार्यक्रम राष्ट्र हित में व्यवधान डाले। हम सदा से देशवासियों की भावनाओं के साथ रहे हैं। अत: अयोध्या श्रीरामजन्मभूमि रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास कार्यक्रम कुछ समय के लिए स्थगित कर रहे हैं। उन्होंने यात्रा के लिए निकल चुके लोगों व अन्य सहभागियों का आभार जताया। 

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