स्वच्छ भारत मिशन : फिसड्डी ग्रुप के टाप फाइव जिलों में आजमगढ़ व मऊ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश को खुले में शौच से मुक्त कर स्वच्छ व स्वस्थ बनाया जाए। पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए तमाम
मऊ,जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश को खुले में शौच से मुक्त कर स्वच्छ व स्वस्थ बनाया जाए। पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए तमाम कवायदें हुई। गांव-गांव प्रशासन की टीम लगी और धड़ाधड़ शौचालयों का निर्माण शुरू हुआ। इधर शासन व प्रशासन स्तर से मिशन की मानीटरिंग ढीली होने के चलते जनपद प्रदेश की रेटिंग लगातार पिछड़ता ही गया। जहां एसबीएम यानी स्वच्छ भारत मिशन में जनपद कई माह से 87 फीसदी प्रगति पर ही ठिठका हुआ है तो एलओबी यानी लेफ्ट आउट बेसलाइन में जनपद फिसड्डी वाले जनपदों के टॉप फाइव समूह में शामिल है।
देश को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए 2012 में केंद्र सरकार द्वारा बेसलाइन सर्वे कराया गया था। इसमें मऊ जनपद के कुल 1,71,784 परिवारों को सर्वे में शामिल किया गया था। हालांकि इसमें लगभग 10 हजार ऐसे भी नाम थे जो दो बार शामिल हो गए थे। मोदी सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत बेसलाइन सूची में शामिल परिवारों को प्रति शौचालय 12 हजार की प्रोत्साहन राशि दी गई। बेसलाइन सूची के लोगों को शौचालय का लाभ देने के बावजूद बड़ी संख्या इससे छूट रही थी। केंद्र सरकार द्वारा 2018 में फिर बेसलाइन सूची के बाहर वाले परिवारों का सर्वे कराया गया। इसमें लगभग 54 हजार परिवार ऐसे रहे जिन्हें बेसलाइन सूची में शामिल नहीं किया गया था। इन परिवारों को एलओबी के तहत शौचालय प्रदान किए गए।
1,60,707 - एसबीएम के तहत दिए गए शौचालयों की संख्या
48,784 - एलओबी के तहत दिए गए शौचालयों की संख्या
प्रदेश में फिसड्डी टॉप 5 जिलों की सूची
1- आजमगढ़ - 32.04
2- कानपुर देहात - 34.15
3- प्रतापगढ़ - 35.88
4- मऊ - 40.55
5- सिद्धार्थनगर - 41.05