वाराणसी कैंट रेलवे स्‍टेशन के पास मिला संदिग्‍ध ब्रीफकेस, बम स्‍क्‍वैड की जांच के दौरान खाली कराया क्षेत्र

इंस्पेक्टर अनूप शुक्ल और उप निरीक्षक अनंत कुमार मिश्रा ने उस एरिया को सुरक्षा कारणों से घेर दिया। दोनों ही छोर से वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। मौके पर बीडीएस भी बुलाई गई। स्निफर डॉग ने अटैची को स्पर्श करने के बाद क्लीयरेंस दे दिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 11:46 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 11:50 AM (IST)
वाराणसी कैंट रेलवे स्‍टेशन के पास मिला संदिग्‍ध ब्रीफकेस, बम स्‍क्‍वैड की जांच के दौरान खाली कराया क्षेत्र
इंस्पेक्टर अनूप शुक्ल और उप निरीक्षक अनंत कुमार मिश्रा ने उस एरिया को सुरक्षा कारणों से घेर दिया।

वाराणसी, जेएनएन। कैंट रेलवे स्टेशन मार्ग पर सुबह करीब दस बजे संदिग्ध ब्रीफकेस मिलने से सनसनी फैल गई। वहीं जानकारी होने के बाद बम स्‍क्‍वैड ने मोर्चा सम्हाला और बम की जांच की गई। इस दौरान रास्‍ते से आने जाने वाले लोगों को रोक दिया गया और जांच पड़ताल के बाद पूरी तरह से संतुष्‍ट होने के बाद ही रास्‍ते को खोला गया। इस दौरान क्षेत्र में काफी गहमागहमी बनी रही।

सिगरा थानांतर्गत मालगोदाम- कैंट स्टेशन मार्ग पर बुधवार की सुबह करीब 10.15 बजे संदिग्ध अटैची मिलने से सनसनी फैल गई। बकरीद की नमाज के बाद खबर मिलते ही अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे। हालांकि, इलाकाई सिगरा पुलिस और बीडीएस ने मोर्चा सम्हाला और समय रहते लोगों की गति‍विध‍ि को रोककर ऑपरेशन शुरु किया गया। वहीं बम स्‍क्‍वायड के पहुंचने के बाद मौके पर अटैची की जांच की गई।

जांच के दौरान अटैची से घरेलू जरूरत के सामन और दिनचर्या की वस्तुएं मिली तो सुरक्षा बलों ने राहत की सांस ली। मामला सामान्य होने और आवाजाही शुरू होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। मिली जानकारी के अनुसार इंग्लिशिया लाइन तिराहे से चंद कदम दूर लहरतारा- चौलाघाट फ्लाईओवर के पिलर संख्या - 69 के नीचे किसी राहगीर का ब्रीफकेस भूलवश छूट गया था। इसके बाद जानकारी होने के बाद तुरंत सतर्क रहे स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी।

मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर अनूप शुक्ल और उप निरीक्षक अनंत कुमार मिश्रा ने उस एरिया को सुरक्षा कारणों से घेर दिया। दोनों ही छोर से वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। मौके पर बीडीएस भी बुलाई गई। स्निफर डॉग ने अटैची को स्पर्श करने के बाद क्लीयरेंस दे दिया। इसके बाद बम डिस्पोजल दस्ते के जवान ने सुरक्षा पूर्वक अटैची को खोल दिया। अंदर से जरूरत की वस्तुएं और कपड़े मिले। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

chat bot
आपका साथी