बलिया में पूर्व घोषित आत्मदाह को लेकर पुलिस सतर्क, आत्मदाह करने वालों को किया गिरफ्तार
जिन्न बाबा के स्थान के निकट एनएच 31 पर आत्मदाह के प्रयास को पुलिस ने नाकाम कर दिया।
बलिया, जेएनएन। धरना-प्रदर्शन और आंदोलन के बाद भी एनएच का मरम्मत नहीं हो पाने से क्षुब्ध दुर्गविजय सिंह झलन द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को जिन्न बाबा के स्थान के निकट एनएच 31 पर आत्मदाह के प्रयास को पुलिस ने नाकाम कर दिया। दोपहर बाद लगभग तीन बजे जैसे ही दुर्गविजय सिंह झलन मिट्टी तेल डालकर चिता में आग लगाकर उस पर बैठना चाहे कि बैरिया के एसएचओ संजय त्रिपाठी, दोकटी के थानाध्यक्ष अखिलेश मौर्य, चौकी प्रभारी चांद दियर रवींद्र राय, उपनिरीक्षक शिवकुमार यादव आदि ने पुलिस जवानों के साथ उन्हें दूर ढकेल दिया और हिरासत में ले लिया। इसके बाद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज सिंह ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करना चाहा तो उन्हें भी पुलिस ने अपने कब्जे में लिया। उक्त आत्मदाह स्थल से दुर्गविजय सिंह झलन, सपा के वरिष्ठ नेता मनोज सिंह, दुर्गेश सिंह व सुशील सिंह काका को पुलिस मौके से उठाकर थाने ले आई।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व चार बार पुलिस के साथ आत्मदाह को लेकर छीनाझपटी हुई किंतु हर बार पुलिस ने आत्मदाह के प्रयास को विफल कर दिया। इस आंदोलन के क्रम में सुबह से ही एनएच 31 पर चक्का जाम की स्थिति बनी हुई है। जिससे सैकड़ों वाहनों की कतार पूरब और पश्चिम साइड में लगी हुई है। जिसमें बारात और अन्य मांगलिक कार्यक्रमों में शामिल होने वाले वाहन भी शामिल हैं। देर शाम तक पुलिस चक्का जाम कराने में सफल नहीं हो पाई थी। जिन्न बाबा के स्थान के पास एनएच 31 पर जाम लगाकर सैकड़ों लोग बैठे हुए हैं। जिससे यातायात बाधित है और दूर तक वाहनों की कतार लगी हुई है।
आत्मदाह के प्रकरण में दिन भर प्रशासन के साथ शह और मात का खेल चलता रहा। इसी बीच मौके पर बैरिया एसडीएम अशोक चौधरी पहुंच गए। जिनके विरुद्ध वहां की भीड़ ने आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए नारे लगाए और उनकी तरफ दौड़ पड़े। पुलिस ने कापी मशक्कत के बाद एसडीएम को सुरक्षित किया और भीड़ को वापस लौटाया। गौरतलब है कि एसडीएम ने एक पखवारा पूर्व यह लिखित आश्वासन दिया था कि पांच दिसंबर तक एनएच 31 का मरम्मत कार्य कराकर बैरिया से मांझी घाट तक गड्ढामुक्त कर दिया जाएगा। वहीं 10 दिसंबर को जयप्रभा सेतु की मरम्मत कराकर उसे गड्ढामुक्त कर दिया जएगा। एनएच की मरम्मत का कार्य चार किमी होने के बाद बंद हो गया। विभागीय अधिकारियों ने कहा कि जो बजट जारी हुआ था, वह पैसा खत्म हो गया। वहीं जयप्रभा सेतु का मरम्मत कार्य ही शुरू नहीं हुआ। जिससे एसडीएम पर पर लोग काफी नाराज थे।
आत्मदाह के लिए आयोजित कार्यक्रम में सपा के वरिष्ठ नेता मनोज सिंह सहित कई नेताओं ने सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त और विधायक सुरेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए और जनहित के कार्यों के प्रति पूरी तरह लापरवाह बताते हुए कहा कि उक्त दोनों जन प्रतिनिधि जनहित के मामलों में जनता की उपेक्षा कर रहे हैं। इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने कहा कि अगर एनएचआई के अधिकारी मरम्मत का कार्य शीघ्र नहीं कराते हैं तो जनता को इन नेताओं के भरोसे मरने नहीं दिया जाएगा। माननीय उच्च न्यायालय में राष्ट्रीय राजमार्ग के खिलाफ जनहित याचिका दाखिल करूंगा। उच्च न्यायालय पूछेगा कि आखिर इस सड़क की मरम्मत क्यों नहीं कराया जा रहा है। कार्यक्रम को प्रधान संजय सिंह, पूर्व प्रधान उपेंद्र सिंह, दुर्गेश सिंह, शैलेश सिंह बिक्कू, नितेश सिंह विक्की, अरविंद सिंह, गुड्डू सिंह, छोटे बाबा, लवलेश यादव, माधवेंद्र सिंह, बब्लू सिंह आदि ने भी संबोधित करते हुए एनएच को जनहित में तत्काल ठीक नहीं कराए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया।