Subramaniam Bharti Chair : बीएचयू तमिल अध्ययन केंद्र ने दो बार भेजा गया था केंद्र सरकार को प्रस्ताव

Subramaniam Bharti Chair तमिल के ख्यात कवि सुब्रमण्यम भारती के नाम से काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पीठ स्थापित करने के लिए लगभग 2008 में भी प्रस्ताव तैयार किया गया था।अब करीब 12 साल बाद सरकार ने पीठ स्थापित करने के लिए खुद इच्छा जताई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 08:02 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 08:02 PM (IST)
Subramaniam Bharti Chair : बीएचयू तमिल अध्ययन केंद्र ने दो बार भेजा गया था केंद्र सरकार को प्रस्ताव
बीएचयू स्थित कला संकाय में स्‍थापित किया जाएगा तमिल के ख्यात कवि सुब्रमण्यम भारती पीठ।

जागरण संवाददाता, वारणसी। Subramaniam Bharti Chair तमिल के ख्यात कवि सुब्रमण्यम भारती के नाम से काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पीठ स्थापित करने के लिए लगभग 2008 में भी प्रस्ताव तैयार किया गया था। हालांकि अब करीब 12 साल बाद सरकार ने पीठ स्थापित करने के लिए खुद इच्छा जताई है, जो बीएचयू के लिए गर्व की बात है। वैसे इस प्रस्ताव को तमिल अध्ययन केंद्र के तत्कालीन प्रो. अरुणा भारती ने तैयार किया था। हालांकि प्रो. अरुणा भारती आज हमारे बीच में नहीं हैं। उनका निधन इसी साल हो हुआ है। वरना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बीएचयू में सुब्रमण्यम भारती चेयर स्थापित करने की घोषणा की तो प्रो. भारती को भी बहुत खुशी मिलती। वैसे पिछले सप्ताह भी विभाग प्रस्ताव भेजा गया था।

कला संकाय, बीएचयू स्थित भारतीय भाषा विभाग के डा. दिवाकर प्रधान ने बताया कि यह बहुत ही गर्व की बात है कि सुब्रमण्य भारती के नाम से यहां पर पीठ स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 2008 में सबसे पहले तत्कालीन अध्यक्ष प्रो. अरुणा भारती ने पीठ स्थापित करने के लिए प्रस्ताव मंत्रालय को भेजा था। वहीं तमिल अध्ययन केंद्र के डा. जगदिशन टी ने बताया कि पिछले माह मंत्रालय ने बीएचयू में सुब्रमण्य भारती नाम से चेयर स्थापित करने के लिए प्रस्ताव मांगा था। इसके बाद प्रस्ताव बनाकर पिछले सप्ताह ही बीएचयू प्रशासन को सौंप दिया गया था।

सरकार देगी राशि

बीएचयू में यह पीठ स्थापित करने के लिए सरकार यहां पर एकमुस्त करोड़ों रुपये राशि प्रदान करेगी। इस राशि के ब्याज से पीठ के खर्चे वहन किया जाएगा। इसमें प्रोफेसर के साथ ही अन्य स्टाफ भी रहेंगे। यहां पर सुब्रमण्यम पर शोध किया जाएगा।

- डा. अरुणा राय ने किया है शोध

बीएचयू की शोध छात्रा ने कई साल पहले ही नेपाली महाकिव लक्ष्मी प्रसाद देवकोटा एवं तमिल के प्रख्यात कवि सुब्रमण्यम भारती पर शोध किया है। अब नई पीठ खुलने के बाद शोध को और बढ़ावा मिलेगा।

सीएचएस में लिए थे दाखिला

देश की आजाद में अहम भूमिका निभाने वाले सुब्रमण्यम भारती जब काशी आए तो उन्होंने बीएचयू के सीएचएस (सेंट्रल हिंदू स्कूल) में दाखिला लिया था। अब प्रधानमंत्री ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कला संकाय में महान तमिल लेखक, कवि एवं दार्शनिक सुब्रमण्य भारती के नाम पर एक चेयर स्थापित करने की घोषणा की है। महाकवि भरतियार जैसे महान व्यक्तित्व के नाम पर इस चेयर की स्थापना की घोषणा से बीएचयू उत्साहित है एवं गर्व का अनुभव कर रहा है। काशी की नगरी प्राचीन काल से ज्ञान एवं अध्यात्म का प्रकाश चारों ओर फैलाती आई है और इसी धरती पर स्थित महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित सर्वविद्या की राजधानी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य पर आगे बढ़ते हुए इस ज्ञान परंपरा को न सिर्फ संजोने का काम किया है अपितु पीढ़ी दर पीढ़ी को इसे संप्रेषित भी किया है।

बीएचयू में तमिल भाषा, साहित्य एवं सांस्कृतिक अध्ययन को बढ़ावा मिलेगा

सुब्रमण्य भारती चेयर से न सिर्फ यह परंपरा और सशक्त होगी बल्कि इससे युवा पीढ़ी को महाकवि भरतियार के दर्शन, विचारों एवं राष्ट्रप्रेम के उनके भाव से प्रेरणा भी मिलेगी। इस चेयर के माध्यम से बीएचयू में तमिल भाषा, साहित्य एवं सांस्कृतिक अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए इसमें शिक्षण व शोध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

- प्रो. वीके शुक्ला, कार्यवाहक कुलपति, बीएचयू

बीएचयू में पहले से ही संचालित हो रही 16 पीठ

1 - रबिंद्र स्टडीज चेयर।

2- कन्नड़ चेयर।

3- गुरुनानक चेयर।

4- राजीव गांधी चेयर।

5- ओएनजीसी केडी मालवीय चेयर।

6- सुरेश अमिया चेयर।

7- तमिल चेयर।

8- मालवीय चेयर।

9- यूनेस्को चेयर।

10- डा. अंबेडकर चेयर।

11- पं. दीनदयाल उपाध्याय चेयर।

12- ओडिया चेयर।

13- बाबू जगजीवन राम चेयर।

14- लाल बहादुर शास्त्री चेयर।

15- सांगनेरिया चेयर।

16- प्रो. सीएनआर राव चेयर।

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