वाराणसी में गृहकर में वृद्धि को लेकर सुबह-ए-बनारस क्लब ने किया प्रदर्शन, उठाई राहत की मांग

संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल और विजय कपूर ने कहा कि सत्र 2019 में नगर निगम प्रशासन द्वारा सर्वे कराकर गृहकर में भारी वृद्धि करने के साथ वृद्धि की गई। कहा कि राशि को 2014 से लिया जा रहा है जो कि कहीं से भी न्याय संगत नहीं है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 09:51 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 09:51 AM (IST)
वाराणसी में गृहकर में वृद्धि को लेकर सुबह-ए-बनारस क्लब ने किया प्रदर्शन, उठाई राहत की मांग
राशि को 2014 से लिया जा रहा है जो कि कहीं से भी न्याय संगत नहीं है।

बाराणसी, जेएनएन। नगर निगम प्रशासन द्वारा मनमाने ढंग से गृहकर में वृद्धि और बढ़े हुए गृहकर का डिफरेन्स 2014 से जोड़कर लेने से आम जनता के आक्रोश एंव मांग को देखते हुए सामाजिक संस्था ने बुधवार को प्रदर्शन किया। सुबह-ए- बनारस क्लब के बैनर तले संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल एवं समाजसेवी विजय कपूर के नेतृत्व में नगर निगम प्रशासन से आम जनता से बढ़े हुए गृहकर की राशि को 2014 से ना लेकर 2019 से लेने की मांग को लेकर मैदागिन स्थित भारतेंदु पार्क मे विरोध-प्रदर्शन किया गया।

इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल और विजय कपूर ने कहा कि सत्र 2019 में नगर निगम प्रशासन द्वारा सर्वे कराकर गृहकर में भारी वृद्धि करने के साथ वृद्धि की गई। कहा कि राशि को 2014 से लिया जा रहा है जो कि कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। गृहकर मे वृद्धी की आड़ में जनता का दोहन और शोषण भी हो रहा है। इससे जनता में आक्रोश की भावना उत्पन्न हो रही। ज्ञात हो कि जो गृहकर बढ़ाया जाता है उसी के आधार पर जलकर में भी वृद्धि होता हैI इस दोहरी मार को झेलने में आम जनता अपने आप को असमर्थ पा रही है।

लगातार गृहकर जमा करने के बाद भी 2014 से बढ़े हुए दर पर गृहकर जमा करने का फरमान आ जाने से गृह मालिक व व्यवसायिक प्रतिष्ठान के अधिष्ठाता परेशान वह हैरान है। ज्ञात हो कि शासनादेश के बाद पूर्व नगर आयुक्त ने फरमान जारी करके गृहकर के इस अव्यवहारिक आदेश को लागू किया था। जिसका वाराणसी के मिनी सदन के कार्यकारिणी के समस्त सत्ताधारी व विपक्ष के पार्षद सहित वाराणसी की मेयर ने भी बढ़ाए हुए गृहकर मे संशोधन करते हुए इसको 2014 से ना लेकर 2019 से लेने का सुझाव दिया था। जिसकी सुनवाई अभी भी अधर में लटकी हुई है।

लोगों ने मांग किया कि कामर्शियल भवन के साथ आवासीय भवन स्वामी से भी 2014 से ना लेकर 2019 से गृहकर लिया जाए। पूर्व नगर आयुक्त के स्थानांतरण के बाद संस्था द्वारा वाराणसी में आए नगर आयुक्त से पुरजोर ढंग से मांग किया जाता है कि वह कोरोना कॉल और मंदी की मार झेल रहे आम जनता की दयनीय स्थिति को देखते हुए इस फरमान को वापस लिया जाए। जिस भी उपभोक्ता ने 2014 से डिफरेंस की राशि जमा किया है, उसको आगे जमा करने वाले जमा राशि में एडजस्ट करके जनता को राहत प्रदान करें। इस दौरान अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, विजय कपूर, महासचिव राजन सोनी, कोषाध्यक्ष नंदकुमार टोपी वाले, उपाध्यक्ष अनिल केशरी, सचिव डॉ मनोज यादव, सचिव पंकज पाठक, राजेश श्रीवास्तव रहे।

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