महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की वेबसाइट ठप होने से छात्र परेशान, प्रवेश शुल्क नहीं जमा कर पा रहे

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की वेबसाइट पिछले तीन दिनों से ठप है। इसके चलते विभिन्न पाठ्यक्रमों के तमाम विद्यार्थी अगली कक्षा का प्रवेश शुल्क नहीं जमा कर पा रहे हैं। जबकि शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर तक निर्धारित है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 09:19 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 09:19 PM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की वेबसाइट ठप होने से छात्र परेशान, प्रवेश शुल्क नहीं जमा कर पा रहे
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की वेबसाइट पिछले तीन दिनों से ठप है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की वेबसाइट पिछले तीन दिनों से ठप है। इसके चलते विभिन्न पाठ्यक्रमों के तमाम विद्यार्थी अगली कक्षा का प्रवेश शुल्क नहीं जमा कर पा रहे हैं। जबकि शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर तक निर्धारित है। इसे लेकर तमाम छात्र परेशान हैं।

दरअसल काशी विद्यापीठ प्रशासन परीक्षा व आनलाइन आवेदन का कार्य देख रही एजेंसी से अनुबंध निरस्त करने का निर्णय लिया है। इसके स्थान पर नई एजेंसी को परीक्षा का काम देने की तैयारी चल रही है। इसके चलते विश्वविद्यालय की माइग्रेशन व अस्थायी डिग्री सहित अन्य आनलाइन आवेदन का कार्य प्रभावित चल रही है। हालांकि पहले से आवंटित कार्य एजेंसी पहले की भांति अब भी कर रही है। ऐसे में नए सत्र के दाखिले की प्रक्रिया बाधित नहीं हैं। प्रथम खंड में दाखिले के लिए आनलाइन शुल्क अब भी जमा हो रहा है।

बीएचयू में लगेगा तीन दिवसीयउद्यमिता जागरूकता शिविर

इंजीनियरिंग और विज्ञान के छात्रों में उद्यमिता के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय "उद्यमिता जागरूकता शिविर" का आयोजन किया जाएगा। अटल इन्क्यूबेशन सेंटर बीएचयू व डीएसटी-निमैट एवं ईडीआइआइ अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 25 से 27 अक्टूबर तक लगने वाले इस शिविर में छात्रों को एक वैकल्पिक करियर विकल्प के रूप में उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी।शिविर का उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एस एंड टी) पृष्ठभूमि यानी एस एंड टी स्नातक, डिप्लोमा धारक या डिग्री व डिप्लोमा के छात्रों में उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी देकर उन्हें उद्यमिता के लिए तैयार करना है। शिविर के विभिन्न सत्रों में शिक्षण-प्रशिक्षण के साथ ही छात्रों को अभ्यास के साथ सीधे संपर्क में लाने के लिए आस-पास स्थित उद्योग की यात्रा की भी व्यवस्था की जाएगी।

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