काशी विद्यापीठ में प्राेफेसर से छात्रों की नोकझोंक व झड़प, विद्यापीठ प्रशासन ने बुलाई पुलिस फोर्स
काशी विद्यापीठ के छात्रों ने बीए व बीएससी द्वितीय खंड की परीक्षा में मनमाने तरीके से मूल्यांकन कराने का आरोप लगाया है। दोनों पाठ्यक्रमों की कापियों का दोबारा मूल्यांकन कराने की मांग को लेकर छात्र शुक्रवार को धरने पर भी बैठे हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों ने बीए व बीएससी द्वितीय खंड की परीक्षा में मनमाने तरीके से मूल्यांकन कराने का आरोप लगाया है। दोनों पाठ्यक्रमों की कापियों का दोबारा मूल्यांकन कराने की मांग को लेकर छात्र शुक्रवार को धरने पर भी बैठे हैं। दूसरी ओर इस मुद्दे पर छात्रों को वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष व मूल्यांकन के को-आर्डिनेटर प्रो. केएस जायसवाल से तीखी नोकझोंक व झड़प भी हो गई। झड़प के बाद परिसर में छात्रों और विवि प्रशासन की गहमागहमी बढ़ गई। इस दौरान छात्रों ने मूल्यांकन के को-आर्डिनेटर के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की है। परिसर में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए विवि प्रशासन ने पुलिस फोर्स भी मौके पर बुला ली। वहीं जानकारी होने के बाद प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य छात्रों को समझाने -बुझाने में जुटे रहे।
वहीं परिसर में धरना प्रदर्शन और झड़प की जानकारी होने के बाद काफी देर तक गहमागहमी बनी रही। हालांकि, अपेक्षाकृत परिसर में लोगों की सक्रियता दोपहर बाद कम होने लगी तो पुलिस और विवि प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। बीए व बीएससी द्वितीय खंड में कई छात्रों को 200 में महज दो अंक मिले हैं। इसकी जानकारी मिलते ही छात्र आक्रोशित हो उठे। छात्रों का एक प्रतिनिधि मंडल कुलपति से मिलकर आपत्ति जताई। कुलपति से इस संबंध में वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष व मूल्यांकन के कोआर्डिनेटर प्रो. केएस जायसवाल से वार्ता करने का आश्वासन दिया।
वहीं छात्रों का समूह प्रो. केएस जायसवाल से मिलने वाणिज्य विभाग पहुंच गया और कुलपति से मिलने केे लिए दबाव बनाने लगा। इस देखते हुए प्रो. जायसवाल ने कुलपति को फोन पुष्टि की। इसके बाद कुलपति से मिलने पंत प्रशासनिक भवन जाने को तैयार हो गए। वह जैसे ही पंत प्रशासनिक भवन पहुंचे। धरनारत छात्रों ने उसके खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें घेर लिया। इस दौरान उनकी छात्रों से तिखी नोकझोंक व झड़प भी हो गई।