कातिल चाइनीज मांझा के प्रयोग के खिलाफ वाराणसी में छात्राओं और व्‍यापारियों ने किया विरोध्‍ा-प्रदर्शन

वाराणसी में छात्राओं ने हाथ मे पतंग व बैनर लेकर लोगों की जान पर बन आई कातिल चाइनीज मंझे का भइया मेरे याद रखना चाइनीज मंझे का बहिष्कार करना जैसे नारों के साथ मैदागिन स्थित हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कालेज के परिसर में चाइनीज मांझा के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 05:37 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 05:37 PM (IST)
कातिल चाइनीज मांझा के प्रयोग के खिलाफ वाराणसी में छात्राओं और व्‍यापारियों ने किया विरोध्‍ा-प्रदर्शन
वाराणसी, मैदागिन स्थित हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कालेज के परिसर में चाइनीज मांझा के खिलाफ सोमवार को विरोध-प्रदर्शन किया।

वाराणसी, जेएनएन। भाई की कलाई पर रक्षा के धागे बांधकर भाई की रक्षा का संकल्प लेने वाली बहनों ने अपने भाइयों को चाइना के मंझे का इस्तेमाल ना करने के लिए जागरूक करने का संकल्प लिया। और सामूहिक रूप से भाइयों से अपील की कि पतंग उड़ाने के शौक को जानलेवा ना बनाएं, क्योंकि चाइना निर्मित मंझे से कितनों का गला कट चुका है। और ना जाने कितने मौत के मुंह में जा चुके हैं। सामाजिक संस्था सुबह-ए-बनारस क्लब के बैनर तले संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल क्लब के संरक्षक समाजसेवी (प्रमुख उद्यमी)  विजय कपूर एवं कालेज की प्रधानाचार्या डाक्‍टर प्रियंका तिवारी के नेतृत्व में कालेज की छात्राओं ने हाथ मे पतंग व बैनर लेकर लोगों की जान पर बन आई कातिल चाइनीज मंझे का भइया मेरे याद रखना चाइनीज मंझे का बहिष्कार करना। चाइना भगाओ जान बचाओ जैये नारों के साथ मैदागिन स्थित हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कालेज के परिसर में चाइनीज मांझा के खिलाफ सोमवार को विरोध-प्रदर्शन किया। 

संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल क्लब के संरक्षक समाजसेवी (प्रमुख उद्यमी ) विजय कपूर कालेज की प्रधानाचार्या डाक्‍टर प्रियंका तिवारी ने कहा कि चाइनीज मंझे से पतंग की ऊंची उड़ान के चक्कर में अब तक तमाम लोगों की जाने जा चुकी है। और तमाम लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। परंतु इसके बावजूद भी चायनीज मंझे से पतंग की ऊंची उड़ान भरने वालों ने सबक नहीं सीखा। चाइनीज मंझे से इंसान ही नहीं बल्कि पशु- पक्षी भी प्रभावित होते हैं। इसके बावजूद भी प्रतिबंधित चाइनीज मंझे बाजारों में धड़ल्ले से बेरोक-टोक बिकते हैं। प्रशासन चाइनीज मंझे की बिक्री पर यदि कड़ाई से रोक लगा दे, तो तमाम लोग काल के गाल में समाने से बच सकते हैं। पतंग का शौक कुछ बच्चों के लिए  पूरे साल  का रहता है, उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए चाइनीज मांझा से गाहे-बगाहे लोग घायल होते रहते हैं। महत्वपूर्ण बात तो यह है कि चाइनीज मंझे के लिए सिर्फ पुलिस और प्रशासन ही जिम्मेदार नहीं है। बल्कि हम और आप भी हैं। जो अपने परिवार के बच्चों को चाइनीज मंझा खरीदने से रोक नहीं पाते हैं। प्रतिबंधित चाइनीज मंझे का चोरी-छिपे कुछ दुकानदार बिक्री करते हैं। जो कानूनन अपराध है, ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन सख्त से सख्त कार्रवाई करें। ताकि तमाम लोगों की जिंदगी बचाई जा सके। ताजा उदाहरण शनिवार को चौबेपुर थाना क्षेत्र उमरा बाजार में स्थानीय भुवनेश्वर प्रसाद सोनी चाइनीज मांझा की चपेट में आ गए। जिसके चलते उनकी हाथ की उंगली और गला कट गया। ककरमत्ता फ्लाईओवर पर रविवार को एक छात्र चाइनीज मांझा की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया।

अंत में पतंग उड़ाने वाले सभी बच्चों और भाइयों से अपील किया गया कि वह चाइनीज मंझे का इस्तेमाल ना करके देसी मंझे का इस्तेमाल करें। ताकि लोगों की जान बचाया जा सके। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, संरक्षक विजय कपूर, प्रधानाचार्या डा० प्रियंका तिवारी, कोषाध्यक्ष नंद कुमार टोपी वाले, उपाध्यक्ष चंद्र शेखर सिंह चौधरी, उपाध्यक्ष अनिल केसरी,सचिव डॉ मनोज राजेश केसरी सहित सैकड़ों छात्राएं शामिल थी।

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