आजमगढ़ में दुर्वासा धाम पुल के ऊपर पानी का तेज बहाव, भारी बारिश के बाद डूबा तमसा-मंजूषा का संगम

दुर्वासा धाम पर गहजी को जोड़ने वाले पुल के ऊपर से तेज गति से बह रहे पानी में जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को क्षेत्रीय जनता मजबूर है। इस पुल पर कभी भी बड़ी घटना हो सकती है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 11:06 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 11:06 AM (IST)
आजमगढ़ में दुर्वासा धाम पुल के ऊपर पानी का तेज बहाव, भारी बारिश के बाद डूबा तमसा-मंजूषा का संगम
दरअसल पानी का इतना तेज बहाव होने की वजह से पुल पार करना टेढ़ी खीर है।

आजमगढ़, जागरण संवाददाता। लगातार हुई बारिश के चलते नदियों में आया उफान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दुर्वासा धाम पर गहजी को जोड़ने वाले पुल के ऊपर से तेज गति से बह रहे पानी में जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को क्षेत्रीय जनता मजबूर है। इस पुल पर कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। दरअसल पानी का इतना तेज बहाव होने की वजह से पुल पार करना टेढ़ी खीर है। ऐसे में कुछ लोग पुल पार कराने के लिए अतिरिक्‍त कीमत तक आने जाने वालों से वसूल रहे हैं। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में ही राहत मिल सकेगी। 

महर्षि दुर्वाषा की तपोस्थली दुर्वाषा धाम पर तमसा और मंजूषा नदियों का संगम है। यहां से तमसा नदी आगे बढ़ती है। इसी स्थान पर गहजी को जोड़ने के लिए पुल का निर्माण कराया गया है। विगत दिनों हुई तेज बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं। इसके कारण पुल के ऊपर से बाढ़ का पानी बह रहा है। पानी के तेज बहाव में इलाकाई लोग यात्रा करने को मजबूर हैं। निजी चालक यात्रियों से भरी बसें भी पार कराने से नहीं चू रहे हैं। इस बाढ़ ने इलाकाई लोगों को कमाने का जरिया भी दे दिया है। ग्रामीण दो पहिया वाहन वालों को पुल पार कराने के वसूली कर रहे हैं। एक बार बाइक को पुल पार कराने के लिए 50 रुपये चुकाना पड़ रहा है।

वहीं तमाम युवा पुल के ऊपर बह रहे पानी में मस्ती भी करते नजर आ रहे हैं। यह कभी भी बड़ी घटना का कारण बन सकता है। यहां पर पिछले वर्षों में प्रतिमा विसर्जन के दौरान कई हादसे भी हो चुके हैं। इसके बाद भी लोग नहीं चेत रहे हैं। बाढ़ का आलम यह है कि दुर्वाषा धाम पर बनी मंदिरों तक पानी पहुंच चुका है। जिम्मेदार अधिकारियों को सबकुछ पता है। लेकिन उसके बावजूद कोई भी अलर्ट जारी नहीं किया जा रहा है।

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