चंदौली में साथी से बदला लेने के लिए टेक्नीशियन ने रची थी अपहरण की कहानी, पूछताछ में उगला राज
मोबाइल टावर कंपनी के टेक्नीशियन ने जिला पंचायत सदस्य के साथ हुए आपसी विवाद का बदला लेने और फंसाने के लिए अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी। सगे-संबंधियों के जरिए आरोप लगवाकर जिला पंचायत सदस्य को फंसाना चाहता था।
जागरण संवाददाता, चंदौली। मोबाइल टावर कंपनी के टेक्नीशियन ने जिला पंचायत सदस्य के साथ हुए आपसी विवाद का बदला लेने और फंसाने के लिए अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी। सगे-संबंधियों के जरिए आरोप लगवाकर जिला पंचायत सदस्य को फंसाना चाहता था। हालांकि पुलिस की सक्रियता और सूझबूझ से इस साजिश का राजफाश हो गया। प्रयागराज जिले के हंडिया थाना के मंदर गांव निवासी टेक्नीशियन दीपक सिंह को मथुरा जिले के वृंदावन स्थित एक अपार्टमेंट से पकड़ा गया। पूछताछ में उसने सारा राज उगल दिया। एएसपी दयाराम ने गिरफ्तारी के बारे में रविवार को जानकारी दी।
बताया कि दीपक मोबाइल कंपनी के 24 टावरों की देखरेख करता था। इस कार्य में वह स्थानीय लोगों की मदद लेता था। जिला पंचायत सदस्य गोपाल सिंह बबलू भी तीन टावरों की देखरेख करते हैं। पिछले दिनों दोनों में विवाद हो गया था। इसका बदला लेने के लिए उसने खुद के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ दी। मुगलसराय कोतवाली के करवत (डांडी) गांव के समीप 13 अक्टूबर को सड़क पर अपनी कार खड़ी कर लापता हो गया। उसके कहने पर सगे-संबंधी जिला पंचायत सदस्य पर आरोप लगा रहे थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज व सर्विलांस के जरिए पड़ताल शुरू की तो मामला संदेहास्पद लगा। फुटेज में दिख रहा था कि कार आराम से जाकर उस स्थान पर रुकी। इसके बाद कोई हलचल नहीं दिखी। पुलिस की पड़ताल आगे बढ़ी तो टेक्नीशियन के मथुरा में होने की जानकारी मिली। इस पर मथुरा पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया गया। अपहरण कांड का 24 घंटे में राजफाश करने पर मोबाइल टावर कंपनी के सलाहकार व यूपी के पूर्व डीजीपी अरविंद कुमार जैन ने चंदौली पुलिस की सराहना की है।