टीईटी का फर्जी पेपर बेचने वालों को एसटीएफ ने पकड़ा, एक लाख रुपये में तय था सौदा

शिक्षक पात्रता परीक्षा का फर्जी पेपर परीक्षार्थियों से एक लाख रुपये में सौदा कर बेचने वाले दो धोखेबाजों को एसटीएफ ने कैंट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 10:08 PM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 10:08 PM (IST)
टीईटी का फर्जी पेपर बेचने वालों को एसटीएफ ने पकड़ा, एक लाख रुपये में तय था सौदा
टीईटी का फर्जी पेपर बेचने वालों को एसटीएफ ने पकड़ा, एक लाख रुपये में तय था सौदा

वाराणसी, जेएनएन । उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) का फर्जी पेपर परीक्षार्थियों से एक लाख रुपये में सौदा कर बेचने वाले दो धोखेबाजों को एसटीएफ की वाराणसी इकाई ने कैंट थाना क्षेत्र के छावनी इलाके से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार डा. लक्ष्मीकांत भारती निवासी सुथईकलां, खुटहन जौनपुर व भरत यादव निवासी बडसरा करंडा गाजीपुर के पास से एसटीएफ ने कूट रचित प्रश्नपत्र, कूटरचित प्रश्न पत्र की उत्तर पुस्तिका, टीईटी प्रवेश पत्र की 12 प्रतियां व आठ मोबाइल फोन बरामद किए हैं। 

एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कुछ लोग फर्जी प्रश्न पत्र तैयारकर छात्रों को एक-एक लाख रुपये में बेच रहे हैं। सूचना पर सर्विलांस व मुखबिर की सूचना पर डा. लक्ष्मीकांत भारती व भरत सिंह यादव को छावनी क्षेत्र स्थित एक कांवेंट स्कूल के पास से गिरफ्तार कर लिया। कैंट थाने में हुई पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि वे विभिन्न परीक्षाओं के कूटरचित पेपर तैयार कर परीक्षार्थियों को देते थे और बदले में मोटी रकम वसूलते। पूछताछ में पता चला कि कुछ कक्ष निरीक्षक भी इनके संपर्क में थे और प्रश्नपत्रों के उत्तर व्हाट्सएप पर भेजकर संबंधित अभ्यर्थी तक पहुंचाते थे।

इसके एवज में जो रकम मिलती थी, कक्ष निरीक्षकों को भी दी जाती थी। एएसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ के आधार पर कक्ष निरीक्षकों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल की भी गहनता से जांच की जा रही है। गिरफ्तारी टीम में इंस्पेक्टर विपिन राय, अमित श्रीवास्तव, पुनीत परिहार समेत अन्य शामिल रहे। 

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