काशी में 16 दिसंबर को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक, पं. दीनदयाल हस्तकला संकुल में आयोजन संभावित

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम यात्रा कार्यक्रम के तहत होने जा रही बैठक में मंत्रिमंडल के सदस्य बाबा दरबार में दर्शन-पूजन के साथ ही काशी भ्रमण करेंगे। भगवान श्रीराम की जन्म स्थली अयोध्या के बाद यह दूसरा मौका होगा जब प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक राजधानी लखनऊ से इतर अन्य जिले में होगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 09:43 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 09:43 AM (IST)
काशी में 16 दिसंबर को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक, पं. दीनदयाल हस्तकला संकुल में आयोजन संभावित
यह दूसरा मौका होगा जब प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक राजधानी लखनऊ से इतर अन्य जिले में होगी।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण 13 दिसंबर को होने जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल हो सकते हैं। इसे लेकर तैयारी ने जोर पकड़ ली है। तीन दिवसीय इस भव्य आयोजन के ठीक बाद यानी 16 दिसंबर को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल की बैठक काशी में होने जा रही है। बड़ालालपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजन संभावित है।

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम यात्रा कार्यक्रम के तहत होने जा रही बैठक में मंत्रिमंडल के सदस्य बाबा दरबार में दर्शन -पूजन के साथ ही काशी भ्रमण करेंगे। भगवान श्रीराम की जन्म स्थली अयोध्या के बाद यह दूसरा मौका होगा जब प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक राजधानी लखनऊ से इतर अन्य जिले में होगी।

देश भर से आएंगे मुख्यमंत्री भी : श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण के अवसर पर विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी बनारस आ रहे हैं। यहां उनका सम्मेलन होगा। साथ ही 200 महापौर भी बनारस में आयोजित सम्मेलन में भाग लेंगे। दोनों कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी संभावित है। मुख्यमंत्री सम्मेलन काशी विश्वनाथ धाम चौक में ही होने की उम्मीद है जबकि महापौर का सम्मेलन बरेका में आयोजित होगा। दोनों सम्मेलन 14 दिसंबर को आयोजित हो सकते हैं। हालांकि, मुफीद तारीख तय करने के लिए शासन स्तर से निर्देश का इंतजार जिला प्रशासन कर रहा है।

करना होगा व्यवहार में परिवर्तन : श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण समारोह समेत श्रीकाशी विश्वनाथ धाम यात्रा को लेकर आयोजित होने वाले संभावित कार्यक्रमों की तैयारियों के बाबत जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बुधवार को बैठक की। उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर से डेढ़ माह तक विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, विदेश से आए मंत्रियों का बनारस आगमन संभावित है। इसके अलावा देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का आगमन भी होगा। ऐसे में सबसे जरूरी निर्बाध यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना होगा जो सरकारी विभागों के अफसरों के साथ ही काशी के व्यापारियों व जनता की भी नैतिक जिम्मेदारी होगी। इसके लिए व्यवहार परिवर्तन करने की आवश्यकता है। समारोह से पहले आम जनता को जागरूक करना होगा।

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