पूर्वांचल की नदियों में आने लगी स्थिरता, तटवर्ती इलाकों में दुश्‍वारियां जस की तस

नदियों में कई दिनों से बारिश के बीच जारी बढ़ाव का रुख अब थमने लगा है। इसके साथ ही धूप खिलने का दौर शुरु हुआ तो पानी भी धीरे धीरे सूखने की राह पर है। केंद्रीय जल अायोग के अधिकारियों के अनुसार नदियों का रुख घटाव की ओर होगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 10:43 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 03:44 PM (IST)
पूर्वांचल की नदियों में आने लगी स्थिरता, तटवर्ती इलाकों में दुश्‍वारियां जस की तस
बारिश के बीच जारी बढ़ाव का रुख अब थमने लगा है।

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल की प्रमुख नदियों में कई दिनों से बारिश के बीच जारी बढ़ाव का रुख अब थमने लगा है। इसके साथ ही धूप खिलने का दौर शुरु हुआ तो खेतों में भरा पानी भी धीरे धीरे सूखने की राह पर है। केंद्रीय जल अायोग के अधिकारियों के अनुसार आने वाले दिनों में नदियों का रुख घटाव की ओर होगा। इसी के साथ ही मानसूनी सत्र में नदियों का तल्‍ख रुख भी थम जाएगा।

रविवार की सुबह केंद्रीय जल अायोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बलिया के तुर्तीपार में सरयू नदी का जलस्‍तर चेतावनी बिंदु से ऊपर 63.93 पर बढ़ाव का रुख बना हुआ है जबकि खतरा बिंदु यहां पर 64.01 मीटर पर है इस लिहाज से यहां पर सरयू नदी खतरा बिंदु से सुबह मात्र .08 मीटर ही कम है। चूंकि नदी का जलस्‍तर लगातार बढ़ाव की ओर है ऐसे में उम्‍मीद है कि देर शाम तक नदी खतरा बिंदु का स्‍तर भी पार कर जाएगी।

रविवार की दोपहर केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार पूर्वांचल में मीरजापुर और वाराणसी में जहां गंगा नदी का जलस्‍तर स्थिर रहा वहीं गाजीपुर और बलिया जिले में नदी का जलस्‍तर बढ़ाव पर है। जौनपुर जिले में गोमती नदी की जलस्‍तर जहां बढ़ाव की ओर है वहीं दूसरी ओर सोनभद्र में रिहंद बांध का जलस्‍तर जहां स्थिर है तो वहीं बाण सागर बांध और सोन नदी का जलस्‍तर बढ़ाव पर रहा। जब‍कि बलिया जिले के तुर्तीपार में सरयू नदी का जलस्‍तर बढ़ाव पर रहा।

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