श्रीकृष्ण जन्माष्टमी : सुंदर बास्केट में कान्हा की निकलेगी सवारी, बहरी अलंग का लेंगे आनंद
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए वस्त्र और झूले तो खास हैं ही मगर इस बार लडडूृ गोपाल को घुमाने ले जाने के लिए मखमली बास्केट भी लोग बनवा रहे हैं।
वाराणसी [वंदना सिंह]। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी में बाजार में भगवान को लुभाने वाले एक से एक सामान नजर आ रहे हैं। इसमें वस्त्र और झूले तो खास हैं ही मगर इस बार लडडूृ गोपाल को घुमाने ले जाने के लिए मखमली बास्केट भी लोग बनवा रहे हैं। इस बास्केट में लडडू गोपाल को लेकर सैर पर जा सकते हैं। लोगों का मानना है कि जैसे हम घूमने जाएंगे तो कान्हा घर पर अकेले रह जाएंगे इसलिए उन्हें भी राजशाही अंदाज में घुमाने ले जाएंगे जिसके लिए ऐसे बास्केट बनवा रहे हैं। वहीं श्रीकृष्ण के शयन के लिए विशेष बेड भी बनाया जा रहा है जो बिल्कुल राजा महाराजाओं के बेड जैसा है।
मखमली बास्केट में कान्हा
लकड़ी या प्लास्टिक के बास्केट पर बाकायदा मखमल के कपड़े से सजावट की जा रही है इसमें जरी गोटे तो लग ही रहे हैं साथ ही छोटे छोटे लकड़ी के खिलौने भी ताकि कान्हा उनसे खेल सकें। बास्केट में पतला नेट का कपड़ा भी लग रहा है ताकि उसकी ओट में कान्हा छिपकर सबको देख सकें और बहरी अलंग में भ्रमण का आनंद ले सकें। खास बात ये कि बास्केट पर कई रंगों का प्रयोग किया जा रहा है। इसमें कमल, मोर, बांसुरी भी बन रही है।
नंदलाल का डिजाइनर बेड
इस साल कृष्ण जी के लिए डिजाइन बेड भी लोग बनवा रहे हैं जिसमें लकड़ी के बेड पर सुंदर चित्र के साथ ही रेशमी गद्दे भी लगाए जा रहे हैं। बेड के पीछे वाले साइड पर मोतियों, नगीनों व शीशे से सजावट की जा रही है। मोर पंख को भा अलग तरीके से लगाया जा रहा है। कुछ बेड तो बिल्कुल अलग ढंग से बन र हे हैं जिसमें बेड के पीछे साइड को खूब भव्यता दी जा रही है। घुमावदार डिजाइन, गोल पलंग, चौकोर यानी विभिन्न आकार दिए जा रहे हैं। बेड पर रेशमी तकिया, चादर, किनारे बड़े बड़े गोल तकिये रखकर इसे तैयार किया जा रहा है। ये सब चीजें मखमली कपड़ों से बन रहे हैं।
मीनाकारी वाली थाली में लगेगा भोग
इस बार राजस्थान की मीनाकारी वाली थाली, कटोरी व चम्मच डिमांड में हैं जिसमें श्रीकृष्ण को भोग लगाया जाएगा। इस थाली में रंग बिरंगे चटख रंग किसी का भी मन मोह लेंगे।
हैँडी क्राफ्ट डिजाइनर रेखा अग्रवाल बताती हैं इस बार भगवान क फूल बंगला लकड़ी के बेस पर जरदोजी वर्क पर बन रहा है। इसके अलावा पीले व हरे रंग के थीम पर कपड़े, झूले, मुकुट तैयार हो रहे हैं। जैसे राम मंदिर अयोध्या में भगवान श्रीराम ने भूमिपूजन वाले दिन पहना था। हैंडी क्राफ्ट के कारोबारी दिनेश अग्रवाल बताते हैं कि यह पहला मौका है जब लोग लडडू गोपाल को सैर पर अपने साथ हर जगह ले जाने के लिए बास्केट का आर्डर दे रहे हैं। वैसे कोरोना काल में लोगों आस्था बढ़ गई है यही वजह है कि इस समय लोग अपने साथ भगवान को हर पल चाहते हैं ताकि वह उनकी रक्षा करें। कह सकते हैं कोरोना पर आस्था भारी है। जिस प्रकार घर में सबका बेड रूम और बेड होता है ठीक उसी तरह इस वक्त कृष्णजी का भी बेड बन रहा है। लोग एक कक्ष में भगवान को भी इस आकर्षक बेड पर सुलाते हैं। कुछ लोग अपने शयन कक्ष में भगवान को इस बेड पर सुलाते हैं ताकि हर वक्त उनके सानिध्य में रह सकें। जहां एक ओर डिजाइन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव में डिजाइनर पोशाक बनाने में जुटे हैं वहीं बाजार में शिल्पकार भी उनके लिए आकर्षक झूले तैयार कर रहे हैं जिसमें कई स्थान पर राममंदिर जैसे झूले भी बनाने की तैयारी चल रही है।