Special Surveillance Campaign लापरवाही की हद, कई घरों तक टीम पहुंची ही नहीं और बना दी गई रिपोर्ट
कोविड- 19 के अंतर्गत वाराणसी में 11 दिन तक चले विशेष सर्विलांस अभियान को लेकर कई विसंगतियां सामने आई हैं। कई ऐसे घर हैं जहां टीम पहुंची ही नहीं और रिपोर्ट बना दी गई।
वाराणसी, जेएनएन। कोविड- 19 के अंतर्गत जनपद में 11 दिन तक चले विशेष सर्विलांस अभियान को लेकर कई विसंगतियां सामने आई हैं। नगरीय ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्र में भी कई ऐसे घर हैं, जहां टीम पहुंची ही नहीं और रिपोर्ट तैयार कर दी। या घर के किसी एक सदस्य से ही पूछताछ कर कर्तव्य की इतिश्री कर ली गई। अभियान में घोर लापरवाही को लेकर 14 जुलाई को हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम को समीक्षा के दौरान मेडिकल जांच टीमों द्वारा जांच में गंभीर लापरवाही मिली थी। नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे। साथ ही सीएमओ को तीन दिनों के भीतर सघन जांच अभियान चलाकर शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का निर्देश दिया था। गुरुवार से संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दूसरे चरण का भी आगाज हो रहा है। यही टीम इसमें भी कार्य करेगी। ऐसे में लक्ष्य प्राप्ति व रिपोर्ट की सत्यता को लेकर संशय होना लाजमी है।
5860 लोगों में मिले कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण
विशेष सर्विलांस अभियान के तहत 14 जुलाई तक जनपद में कुल 5,860 व्यक्तियों में कोरोना से मिलते जुलते लक्षण पाए गए। इनमें बुखार के 2110, खांसी के 1979 व सांस लेने में दिक्कत के 1771 मरीज पाए गए। वहीं मधुमेह के 24052, उच्च रक्तचाप के 13114, कैंसर के 697, हृदय रोग के 2526 और गुर्दे रोग के 429 रोगी मिले। 661294 घरों का सर्वेक्षण करते हुए 3417532 लोगों का सर्वे किया जा चुका है।
20 संदिग्ध के सैंपल जांच के लिए भेजे गए
कोविड पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले 853 लक्षणयुक्त लोगों की पहचान की जा चुकी है। वहीं 20 संदिग्ध के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि लोगों का स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है। वहीं सीएमओ डा. वीबी सिंह ने कहा कि टीम द्वारा लोगों को शारीरिक दूरी, स्वच्छता आदि के पालन के साथ लक्षण दिखने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।