नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन के बाद पूर्वांचल में आज विशेष अलर्ट

कोताही नहीं बरतना चाहता। शुक्रवार को जुमे की नमाज होने के कारण खास सतर्कता बरती जा रही है। शहर को 12 जोन में बांट कर जोनवार मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 11:46 AM (IST) Updated:Fri, 28 Feb 2020 02:16 PM (IST)
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन के बाद पूर्वांचल में आज विशेष अलर्ट
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन के बाद पूर्वांचल में आज विशेष अलर्ट

वाराणसी, जेएनएन। कोताही नहीं बरतना चाहता। पूर्वांचल के जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज होने के कारण खास सतर्कता बरती जा रही है। वाराणसी शहर को 12 जोन में बांट कर  जोनवार मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैैं। जिले में मस्जिदों के आसपास के साथ ही संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनाती की गई है। बेनियाबाग, नई सड़क, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, कज्जाकपुरा, बजरडीहा समेत गांव से शहर तक अन्य इलाकों में जुमे की नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस फोर्स के साथ पैदल रूट मार्च भी कर रही है। एडीजी जोन बृज भूषण शर्मा अर्धसैनिक बल के पैदल साथ मार्च करने निकले है।

गाजीपुर रेलवे स्‍टेशन पर पुलिस और जीआरपी

दिल्ली में नागरिकता संसोधन बिल को लेकर बीते दिनों हुए बवाल के मद्देनजर पुलिस अलर्ट हो गयी है। शांति व्यवस्था हेतु लोकल पुलिस और जीआरपी  ने स्टेशन पर चक्रमण करती पुलिस।

सरायमीर थाना क्षेत्र के समस्त मस्जिदों में पुलिस के जवान मुस्तैद

दिल्ली राजधानी में फैली  हिंसा को देखते हुए जुमे की नमाज को सकुशल संपन्न कराने के लिए सरायमीर थाना क्षेत्र के समस्त मस्जिदों में पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। सरायमीर में एक प्लाटून पीएसी के साथ पूरे क्षेत्र की निगरानी की गई। क्षेत्र के संजरपुर खन्डवारी दाउदपुर नंदाव मोर सरायमीर कस्बा चौक सिकरौर सहबरी आदि जगहों पर स्थानीय पुलिस के साथ पीएसी के जवान मौजूद रहे। इस संबंध में इंस्‍पेक्टर अनिल सिंह ने बताया कि सरायमीर थाना क्षेत्र के अतिसंवेदनशील एरिया में डोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। कुछ लोगों की पहचान की गई है। उनको पहले ही सजग कर दिया गया है। क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरायमीर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ क्षेत्र भ्रमण कर रही है।

दिल्ली दंगे की जांच की मांग

भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में भड़के दंगे को प्रायोजित करने का आरोप लगाते हुए दंगा फैलाने वालों की शीघ्र गिरफ्तारी करने तथा पूरे घटनाक्रम की सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज की निगरानी में जांच कराने की मांग की। मऊ में गुरुवार को भाकपा माले की ओर से कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भी भेजा गया। इस अवसर पर जिला सचिव बसंत कुमार, शिवमूरत गुप्ता, फेंकू, नंदू, विद्याधर, इसरार रजा, आमिर अंसारी आदि उपस्थित थे। 

दिल्ली दंगा में मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि

दिल्ली में हुए दंगा में दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी कार्यालय में गुरुवार को शोकसभा आयोजित हुई। सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि दिल्ली की घटना से गुजरात माडल सरकार का स्वरूप दिखाई देने लगा है। दुर्भाग्य है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मूलमंत्र सत्य व हिंसा पर गोडसे का सिद्धान्त हावी होता जा रहा है। दिल्ली में मरने वालों में सभी धर्म व जाति के हैं। रोजी-रोटी को दिल्ली में रहने वाले गरीब मारे गए हैं।  समाजवादी पार्टी मांग करती है कि मृतकों के परिवारीजनों को 50-50 लाख मुआवजा व घायलों को पांच-पांच लाख मुआवजा दिया जाए। दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

chat bot
आपका साथी