बहनों की हिफाजत करेगी यह स्मार्ट राखी, भाई तक ससमय पहुंचाएगी आपातकालीन संदेश
बनारस में बनी बहनों की हिफाजत करेगी स्मार्ट राखी भाई तक ससमय पहुंचाएगी आपातकालीन संदेश और सुरक्षा में होगी सहायक।
वाराणसी, जेएनएन। चाइनीज उत्पादों के बहिष्कार के क्रम में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की छात्रा अंजली श्रीवास्तव ने वायरलेस कम्युनिकेशन पर आधारित स्मार्ट राखी बनाई है। मुसीबत आने पर बहनें अंगूठी या ब्रेसलेट में लगे छोटे से स्विच के माध्यम से राखी पर सिग्नल भेज सकेंगी। अलार्म बजने के साथ वाइब्रेशन से भाई को बहन के मुसीबत में फंसे होने का अंदाजा लग जाएगा और वे समय से मदद को पहुंच सकेंगे।
इस हाइटेक गैजेट सरीखे वायरलेस स्मार्ट राखी के दो भाग हैं। पहला राखी के रूप में, जो भाई की कलाई पर होगा। दूसरा भाग ब्रेसलेट या अंगूठी के रूप में है, जिसमें छोटा इमरजेंसी स्विच लगाया गया है। इसे बहनें अपने हाथ में या अंगुली में पहन सकेंगी। मुसीबत आने पर ब्रेसलेट या अंगूठी में लगे बटन को दबाते ही भाई की कलाई में बंधी राखी पर अलार्म संग वाइब्रेशन होने लगेगा। इससे बहन के मुसीबत में होने का संकेत मिल जाएगा।
बिना सिम के करता है काम
अंजली के मुताबिक वायरलेस कम्युनिकेशन पर आधारित होने से स्मार्ट राखी बिना सिम कार्ड के काम करती है। इसे एक बार चार्ज करने पर तीन से चार माह काम करता है। इसे एलईडी लाइट, बटन सेल, अलार्म, वाइब्रेशन मोटर व राखी का उपयोग कर सिर्फ छह दिन में तैयार किया है, जिसकी लागत 250 रुपये आई है।
काशी का किया नाम रोशन
वाराणसी की अंजली द्वारा बनायी गई यह अनोखी राखी काफी चर्चा में है। साथ ही कम कीमत होने की वजह से लोगों में इसके बारे में काफी उत्सुकता भी है। बताया कि इस राखी और इसके फंक्शन के बारे में लाेग जानकर उत्साहित हैं। इस प्रकार के प्रयोग लडकियों की सुरक्षा में अहम गैजेट भी साबित हो सकतेे हैं। इस राखी को कलाई पर लंबे समय तक बांधा जा सकता है। यह महज एक पर्व के लिए ही नहीं बल्कि साल भर प्रयोग किया जा सकता है।
बोलेे डीन
ब्लूटूूूूथ से कनेक्ट करने पर इसकी रेंज को अनलिमिटेड बढ़ाया जा सकता है, जिस पर काम किया जा रहा है। वहीं स्मार्ट राखी को ब्रेसलेट में कन्वर्ट करने पर भी काम हो रहा है, ताकि रक्षाबंधन के बाद भी सामान्य दिनों में इसका इस्तेमाल सुरक्षा के लिहाज से किया जा सके। -श्याम चौरसिया, डीन-रिसर्च एंड डेवलपमेंट (अशोका इंस्टीट्यूट)