वाराणसी में स्मार्ट कंपनी ने चेन्नई की कंपनी से ड्रोन का किया अनुबंध, शहर में ड्रोन निभाएगा कई दायित्‍व

वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी ने ड्रोन उड़ाने का फैसला किया है। इस बार ज्यादा फोकस नगर निगम सीमा में आए गांवों की ओर है। कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए शहरी हुए गांवों में ड्रोन उड़ाया जाएगा। इससे सैनिटाइजेशन कराया जाएगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 25 May 2021 01:30 PM (IST) Updated:Tue, 25 May 2021 01:30 PM (IST)
वाराणसी में स्मार्ट कंपनी ने चेन्नई की कंपनी से ड्रोन का किया अनुबंध, शहर में ड्रोन निभाएगा कई दायित्‍व
वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी ने ड्रोन उड़ाने का फैसला किया है।

वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को तीन ड्रोन के बेड़े का शुभारंभ कर कोविड से छिड़ी जंग में तकनीक का प्रयोग शुरू कर दिया है। इसके लिए चेन्नई की एक कंपनी से अनुबंध किया गया है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए एक बारगी फिर से वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी ने ड्रोन उड़ाने का फैसला किया है। इस बार ज्यादा फोकस नगर निगम सीमा में आए गांवों की ओर है। कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए शहरी हुए गांवों में ड्रोन उड़ाया जाएगा। इससे सैनिटाइजेशन कराया जाएगा।

इसके अलावा गांव में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी उपायों को प्रचारित-प्रसारित भी किया जाएगा। इसके अलावा गंगा के घाटों पर भी पल-पल की निगरानी ड्रोन से की जाएगी। इस दौरान लोगों को कोरोना संक्रमण के फैलाव को लेकर सचेत करने के साथ ही नियमों को तोड़ने वालों को चिन्हित किया जाएगा। इसके अलावा गंग में शव प्रवाह की घटना पर भी लगाम लगेगा क्योंकि घाटों पर यदि इस प्रकार की कोई गतिविधि होती है तो वह ड्रोन के कैमरे में कैद हो जाएगा जिसके आधार पर जिम्मेदार विभाग कार्रवाई कर सकेगा। नगर आयुक्त व स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ गौरांग राठी ने इसके लिए चेन्नई की एक कंपनी बेस्ट गरुड़ा एयरोस्पेस कंपनी के साथ अनुबंध किया है।

नगर आयुक्त ने बताया कि उन स्थलों पर जहां व्यक्तियों का जाना संभव नहीं है या एक ही स्थान से दूसरे स्थान तक प्रशासनिक सूचनाएं पहुंचाए जाने में कठिनाई हो रही है वहां पर ड्रोन का उपयोग होगा। इसके माध्यम से इन सूचनाओं का आदान प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार वाराणसी स्मार्ट सिटी व नगर निगम वाराणसी की ओर से आधुनिक तकनीकों के प्रयोग करते हुए कोविड संक्रमण से बचाव की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। नगर आयुक्त ने बताया ही यदि होम आइसोलेशन में किसी मरीज को दवा की जरूरत है और वहां पर मैनुअल दवा की आपूर्ति कठीन है। खासकर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में ड्रोन का इस्तेमाल कर दवा भी पहुंचाई जाएगी।

पहली लहर में भी ड्रोन का इस्तेमाल

वाराणसी स्मॉर्ट सिटी कंपनी व नगर निगम की ओर से पहली लहर में भी ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। नगर के रेड जोन में ड्रोन से ही सैनिटाइज किया जा रहा था। इसके अलावा ध्वनि प्रसारण यंत्र से लोगों को जागरूक करने के साथ ही घाट समेत अन्य पर्यटन स्थल, रेलवे व बस स्टेशन आदि की निगरानी भी की जाती थी। 

सिगरा से ड्रोन को किया जाएगा कमांड एंड कंट्रोल

सिगरा स्थित काशी इंटीग्रेटेड स्मॉर्ट सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से ड्रोन की सुविधा की निगरानी होगी। यहीं से किन इलाके में ड्रोन को उड़ाना चाहिए, यह तय किया जाएगा। कहां सैनिटाइज करना है, कहां दवा देनी है तो कहां पर जनजागरण करना है आदि का निर्देश इसी सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से निर्देश दिया जाएगा।

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