आजमगढ़ के प्रकरण में सिद्धार्थनगर खाद्य विपणन अधिकारी निलंबित, डिप्टी आरएमओ के विरुद्ध जांच शुरू

आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग पी. गुरु प्रसाद ने जिलाधिकारी व संभागीय खाद्य नियंत्रक आजमगढ़ सहित अन्य विभागीय अधिकारियों को निलंबन की कार्रवाई के संबंध में आदेश जारी किया है। उनकेे विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए संभागीय खाद्य नियंत्रक लखनऊ को जांच अधिकारी नामित किया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 01:10 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 01:10 PM (IST)
आजमगढ़ के प्रकरण में सिद्धार्थनगर खाद्य विपणन अधिकारी निलंबित, डिप्टी आरएमओ के विरुद्ध जांच शुरू
राजू प्रसाद पटेल तत्कालीन डिप्टी आरएमओ (जिला खाद्य विपणन अधिकारी)।

जागरण संवाददाता, आजमगढ़। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 मेें न्यूनतम समर्थन मूल्य समर्थन याेजना के अंतर्गत आजमगढ़ में मिलों के संबद्धीकरण और सीएमआर (धान कुटाई केे बाद चावल) संप्रदान घोर लापरवाही बरते जाने के आरोप में तत्कालीन डिप्टी आरएमओ (जिला खाद्य विपणन अधिकारी)(वर्तमान में सिद्धार्थनगर) राजू प्रसाद पटेल को शासन ने 30 सितंबर को निलंबित करते हुए संभागीय खाद्य नियंत्रक लखनऊ कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। राजू प्रसाद पटेल इस समय जिला खाद्य विपणन अधिकारी सिद्धार्थनगर थे। उनकेे विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए संभागीय खाद्य नियंत्रक लखनऊ को जांच अधिकारी नामित किया गया है।

आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग पी. गुरु प्रसाद ने जिलाधिकारी व संभागीय खाद्य नियंत्रक आजमगढ़ सहित अन्य विभागीय अधिकारियों को निलंबन की कार्रवाई के संबंध में आदेश जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि वर्ष 2020-21 मेें न्यूनतम समर्थन मूल्य समर्थन याेजना के अंतर्गत आजमगढ़ में 24 सितंबर 2021 तक कुल एजेंसियों का 5511.41 एमटी सीएमआर केंद्रीय पूल में प्रेषित किया जाना शेष है। जिसमेें से लगभग 602.84 एमटी सीएमआर खाद्य विभाग की विपणन शाखा का शेष है। इससे स्पष्ट है कि तत्कालीन खाद्य विपणन अधिकारी राजू प्रसाद पटेल ने मिला के संबद्धीकरण एवं सीएमआर संप्रदान में खरीफ विपणन सत्र 2020-21 के लिए निर्गत धान क्रय नीति के अनुरूप कार्यवाही नहीं की गई, जिससे सीएमआर का संप्रदान केंद्रीय पूल में तेजी से नहीं हो सका। इससे राज्य सरकार एवं क्रय एजेंसियों की काफी धनराशि अवरुद्ध है। इससे स्पष्ट है जनपदीय अधिकारी होने के बाद भी राजू प्रसाद पटेल ने समुचित निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण नहीं किया। उनके कर्तव्यों के प्रति शिथिल होने का स्पष्ट प्रमाण है, जिसके लिए यह दोषी हैं।

मत्स्य पालन पट्टा आवंटन को लेकर ग्रामीणों का हंगामा

तहसील मार्टीनगंज में गुरुवार को मत्स्य पालन के लिए पोखरे के पट्टे आवंटन प्रक्रिया लेकर लगभग 300 ग्रामीणों ने हंगामा किया। स्थिति को देख तहसीलदार हेमंत कुमार बिंद ने सुरक्षा के लिए पुलिस बुला ली। जिस गांव में कोई आपत्ति नहीं थी उस गांव का मत्स्य पालन के लिए पट्टा आवंटन हो गया। कुछ में आपत्ति थी, जिसे स्थगित कर दिया गया। तहसीलदार ने पूरे प्रकरण से जिलाधिकारी को अवगत करा दिया है। तहसीलदार ने बताया कि तहसील क्षेत्र के 25 गांवों में मत्स्य पालन के लिए आवंटन प्रक्रिया चल रही थी। इसी बीच ग्राम पंचायत गोसड़ी के ग्राम प्रधान पहुंचे और आवंटन का विरोध करते हुए रोकने को कहा।

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