काशी में लहराई श्याम ध्वज पताका, जयकारों से गूंजी काशी, आस्था का उमड़ा हुजूम
विस्सु जी धर्मशाला में संस्था के अध्यक्ष दीपक बजाज मंत्री अजय खेमका और कार्यक्रम संयोजक राकेश अग्रवाल ने ध्वजा निशान की पूजा आरती कर बाल पातालेश्वर हनुमान मंदिर में प्रभु के चरणों में ध्वजा समर्पित की। ध्वजा समर्पण के बाद भक्तों को ध्वजा देकर प्रभात फेरी शुरू की गई।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। काशी में त्योहार, उत्सव और पर्वों की कतार में उत्सवधर्मी काशी की छटा इन दिनों अनोखी नजर और नजीर बनी दिख रही है। इसी कड़ी में श्री श्याम मंडल द्वारा 11 दिवसीय श्याम ध्वज पताका शनिवार सुबह छह बजे मैदागिन स्थित बाल पातालेश्वर हनुमान मंदिर के पास शुरू हुई। विस्सु जी धर्मशाला में संस्था के अध्यक्ष दीपक बजाज, मंत्री अजय खेमका और कार्यक्रम संयोजक राकेश अग्रवाल ने ध्वजा निशान की पूजा आरती कर बाल पातालेश्वर हनुमान मंदिर में प्रभु के चरणों में ध्वजा समर्पित की। ध्वजा समर्पण के बाद भक्तों को ध्वजा देकर प्रभात फेरी शुरू की गई।
ध्वजा प्रभात फेरी मैदागिन, बुलानाला, चौक बांसफाटक, गोदौलिया और गिरजाघर होते हुए लक्सा स्थित श्री श्याम मंदिर पहुंची। श्याम मंदिर में प्रभु के चरणों में ध्वजा अर्पित करने के बाद प्रभु की आरती उतारी गई। प्रभु की आरती के साथ ही साथ श्याम चालीसा का पाठ मंदिर के पुजारी संजय द्वारा किया गया। प्रभात फेरी में लीलाधर की अद्भुत झांकी चल रही थी भक्तगण भजन गाते चल रहे थे लहर लहर लहराई रे श्याम ध्वजा लहराई रे महिलाएं पुरुष बच्चे रंग-बिरंगे श्री श्याम ध्वजा लिए चल रहे थे।
रास्ते भर भक्तों द्वारा प्रभु की आरती और पुष्प वर्षा कर रहे थे। प्रभात फेरी में संस्था के अध्यक्ष दीपक बजाज, मंत्री अजय खेमका, कीर्तन मंत्री श्यामसुंदर गाड़ोदिया, सुरेश तुलस्यान, राजेश तुलस्यान, राकेश अग्रवाल प्रेम अग्रवाल,
मनोज बजाज, उमेश जुगाई, संजय शर्मा, आकाश मोदी, विजय बाजोरिया, सन्तोष अंग्रवाल सहित काफी संख्या में महिलाएं और आस्थावान लोग सम्मिलित हुए। संस्था के सदस्य सुरेश तुलस्यान ने बताया कि यात्रा प्रतिदिन 15 नवंबर तक निकलेगी, समारोह के क्रम में आगामी 16 नवंबर को विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें शहर भर के आस्थावान शामिल होंगे। वार्षिक आयोजन के क्रम में शहर भर से आस्थावान और प्रबुद्धजन आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं और हनुमान ध्वजा प्रभात फेरी के आयोजन में हर्षोल्लास से शामिल हो रहे हैं।