गरीबी से लड़कर शुभम नेशनल हैंडबॉल टीम में शामिल, 10 वर्ष बाद बनारस का कोई पुरुष सीनियर टीम में
लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उत्तर प्रदेश हैंडबॉल संघ के सचिव डा. आनन्देश्वर पांडेय ने सोमवार को सीनियर नेशनल में खेलने के लिए उत्तर प्रदेश की टीम घोषित की है।
वाराणसी, जेएनएन। मेरे हौंसलों में अभी जान बाकी है, ये तो दौड़ भर है, अभी उड़ान बाकी है। यह बात 19 वर्षीय शुभम सरोज पर काफी सटीक बैठती है। शुभम की मां घरों में खाना बना कर अपने परिवार की गाड़ी किसी तरह खींच रही थी। पिता के न रहने से उसके ऊपर ही अब दोहरी जिम्मेदारी है। 17 फरवरी 2020 का दिन उसके और उसके बेटे शुभम की जीवन में रोशनी लेकर आया। पिछले महीने ही महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय हैंडबॉल प्रतियोगिता में पहली बार काशी विद्यापीठ में स्वर्ण पदक जीता था। इसमें शुभम सरोज ने सर्वोत्तम स्कोरर का खिताब जीतते हुए अपनी टीम को चैंपियन बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उत्तर प्रदेश हैंडबॉल संघ के सचिव डा. आनन्देश्वर पांडेय ने सोमवार को सीनियर नेशनल में खेलने के लिए उत्तर प्रदेश की टीम घोषित की है। टीम में एसएसबी के राजू ठाकुर, अंकित श्रीवास्तव, राहुल दुबे, गुरजेंद्र सिंह, सोहेल, अक्षय चौधरी, अरुण चौधरी वाराणसी के शुभम सरोज, आजमगढ़ के रंजन श्रीवास्तव, संचित, आकाश गुप्ता़, सेना के हसीन खान प्रयागराज के आयुष, मुजफ्फरनगर के अरुण कुमार, कानपुर के अर्पित यादव, गोरखपुर के सूरज प्रकाश पाल, लखनऊ के अंकित चौधरी और मोहित यादव का चयन हुआ है। प्रभाकर पांडेय और तौहीद खान कोच होंगे।
मां की मेहनत का है फल
मैने तो कभी सोचा नहीं था कि मुझे सीनियर नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप में खेलने का मौका मिलेगा। मेरी मां ने बहुत मेहनत की है। चाहे किसी तरह का मौसम रहा हो उन्होंने अपने काम से मुंह नहीं मोड़ा। मैने भी उसकी का पालन करते हुए कभी प्रशिक्षण शिविर से दूर नहीं रहा। - शुभम सरोज
बोले संघ के सचिव
10 वर्ष बाद प्रदेश के सीनियर हैंडबॉल टीम में बनारस के किसी खिलाड़ी का चयन हुआ है। इससे जनपद और मंडल में हैंडबॉल के खेल को और प्रचार-प्रसार मिलेगा। उम्मीद है शुभम नेशनल में शानदार प्रदर्शन करेगा।
- शम्स तबरेज शंपू, सचिव जिला हैंडबॉल संघ, वाराणसी।