वाराणसी में मुकुट पूजा के साथ तुलसीघाट की श्रीकृष्ण लीला शुरू, आठ नवम्बर को नाग नथैया

अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के तत्वावधान में तुलसीघाट पर आयोजित होने वाली श्रीकृष्ण लीला की औपचारिक शुरुआत गुरुवार को पारम्परिक ढंग मुकुट पूजा से हो गयी। इस अवसर पर तुलसी मंदिर में भव्य आयोजन किया गया। नाग नथैया लीला आठ नवम्बर को दोपहर बाद तीन बजे से तुलसीघाट पर होगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 09:58 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 09:58 PM (IST)
वाराणसी में मुकुट पूजा के साथ तुलसीघाट की श्रीकृष्ण लीला शुरू, आठ नवम्बर को नाग नथैया
तुलसीघाट पर आयोजित होने वाली श्रीकृष्ण लीला की औपचारिक शुरुआत गुरुवार को पारम्परिक ढंग मुकुट पूजा से हो गयी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के तत्वावधान में तुलसीघाट पर आयोजित होने वाली श्रीकृष्ण लीला की औपचारिक शुरुआत गुरुवार को पारम्परिक ढंग मुकुट पूजा से हो गयी। इस अवसर पर तुलसी मंदिर में भव्य आयोजन किया गया।

शाम से ही इस निमित्त लीला के पात्रों व लीला प्रेमियों का जमावड़ा शुरू हो गया था। सात बजते ही रामायणी ब्रजवासी दास लिखित ब्रज बिलास ग्रन्थ का पारायण करने लगे थे। इस क्रम में परम्परानुसार पांच दोहों का परायण किया गया। पंडित स्वर्ण प्रताप चतुर्वेदी ने विधिवत पूजन कार्य सम्पन्न कराया। पूजन के बाद संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने अभिमंत्रित मुकुट की भव्य आरती घण्टा- घड़ियाल और डमरू की ध्वनि के बीच की। उन्होंने बताया कि लीला का विधिवत आरंभ दो नवम्बर से शाम छह बजे होगा। नाग नथैया लीला आठ नवम्बर को दोपहर बाद तीन बजे से तुलसीघाट पर होगी। इस दौरान कोविड 19 की गाइड लाइन का पालन किया जाएगा। लीला स्थल पर बिना मास्क प्रवेश वर्जित रहेगा।

नागनथैया लीला आठ नवम्बर को

अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के तत्वावधान में इस वर्ष श्रीकृष्ण लीला का आरंभ दो नवम्बर से तुलसीघाट पर होगा। महन्त प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने बताया कि लीला विधिवत रूप से दो नवम्बर मंगलवार से शुरू होगी। समापन 20 नवम्बर शनिवार को होगा। सभी लीलाएं शाम छह बजे से आरंभ होंगी। इसी क्रम में काशी के लक्खा मेले में शुमार नाग नथैया लीला (कालिय दमन )आठ नवम्बर सोमवार को अपराह्न तीन बजे तुलसी घाट पर होगी। उन्होंने बताया कि यहां आयोजित श्रीकृष्ण लीलाओं में नागनथैया लीला के अलावा रासलीला, कंस वध, राज्याभिषेक व दशावतार की झांकी काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इस दौरान कोविड गाइड लाइन का पालन किया जाएगा। लीला स्थल पर बिना मास्क के प्रवेश वर्जित होगा। उन्होंने बताया कि कोविड 19 संक्रमण के कारण पिछले वर्ष श्रीकृष्ण लीला का आयोजन नहीं हो पाया था। लीला प्रेमी काशी वासियों को इस श्रीकृष्ण लीला का इंतजार बेसब्री से रहता है। पिछले वर्ष लीला नहीं होने से काशीवासी काफी मायूस हो गए थे। अब उन्हें लीला का आनन्द उठाने का मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि काशी की लीला प्रेमी जनता अवश्य कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए लीला का आनन्द उठाएगी।

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