श्री काशी विश्वनाथ धाम : गुणवत्ता पूर्वक कार्य समय से पूरा कराए अधिकारी, सीईओ ने किया निरीक्षण
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चल रहे निर्माण कार्य को लेकर मुख्य कार्यपालक अधिकारी गौरांग राठी ने शुक्रवार को निर्माणाधीन परिसर का निरीक्षण किया गया।
वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चल रहे निर्माण कार्य को लेकर मुख्य कार्यपालक अधिकारी गौरांग राठी ने निर्माणाधीन परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि छोटी-मोटी समस्याओं और विभागीय समन्वय के चलते कार्य प्रभावित हो रहा है। इस पर उन्होंने सभी अधिकारियों को बुलाकर निर्देश दिए और समन्वय स्थापित कर कार्य को पूर्ण कराने को कहा गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने निर्माण कार्य करा रही पीएसपी कंपनी के अधिकारियों को कहा कि कार्य को समय पर गुणवत्तापूर्ण करना है इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने मंदिर परिसर से निकलने वाले ड्रेनेज और सीवेज को लेकर चर्चा की। इसमें सही तरीके से होने वाले निस्तारण और उसकी तैयार की गई ड्राइंग डिजाइन के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बिजली विभाग के अधिकारियों से मंदिर परिसर की बिजली व्यवस्था और निर्माण कार्य के दौरान होने वाले शिफ्टिंग को लेकर भी निर्देश दिया। बैठक में पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता संजय गोरे जलकल के जीएम नीरज गौड़, मंदिर के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्रा, बिजली विभाग प्रथम खंड के अधिशासी अभियंता, पीएसपी कंपनी के जनरल मैनेजर एसके प्रजापति सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इतिहास, उनकी प्राचीनता के बारे में विशेषता के अलावा मंदिरों के निर्माता की जानकारी भी जुटाएगा
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन परियोजना में मिले प्राचीन मंदिरों का इतिहास, उनकी प्राचीनता उनकी विशेषता के अलावा मंदिरों के निर्माता की जानकारी भी जुटाएगा। इस काम में मंदिर प्रशासन काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कला इतिहास विभाग और भारत सरकार के नेशनल म्यूजियम विभाग का सहयोग लेगा। 300 भवनों में मिले हैं 60 मंदिर
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक गौरांग राठी ने बैठक में बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के लिए खरीदे गए 300 भवनों में से करीब 60 मंदिर मिले हैं। इनमें से लगभग एक दर्जन मंदिरों की वास्तु कला बहुत ही अद्भुत है, पत्थरों को तराश कर इतनी शानदार नक्काशी उकेरी गई जो अपने आप में विशेषता को प्रदर्शित करती है। लगभग 30 ऐसे मंदिर हैं जिनका जिक्र स्कंद पुराण के काशी खंड में मिलता है, इसलिए श्री काशी विश्वनाथ धाम में इन मंदिरों का जीर्णोद्धार और संरक्षण करना अति आवश्यक है। इस संरक्षण के कार्य में विश्वविद्यालय और संस्कृति मंत्रालय की टीम को जिस प्रकार के सहयोग की आवश्यकता होगी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए एक संयुक्त टीम तैयार की जाएगी जो इस कार्य को पूरा कराने का काम करेगी।