वाराणसी में गुलजार हुए मॉल के शो-रूम, ग्राहकों को फोन और मैसेज से भेजी जा रही सूचना

करीब 50 दिन बाद सोमवार को शहर के माल में ग्राहकों की रौनक दिखी। शो-रूम संचालकों और कर्मचारियों में जबरदस्त उत्साह दिखा। सभी स्टोर सुबह 10 बजे तक खुल गए थे। दोपहर 12 बजे के बाद ग्राहकों की आवाजाही शुरू हुई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:31 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:31 PM (IST)
वाराणसी में गुलजार हुए मॉल के शो-रूम, ग्राहकों को फोन और मैसेज से भेजी जा रही सूचना
वाराणसी के सिगरा स्थित आईपी माल खुलने के बाद चहल पहल।

वाराणसी, जेएनएन। करीब 50 दिन बाद सोमवार को शहर के माल में ग्राहकों की रौनक दिखी। शो-रूम संचालकों और कर्मचारियों में जबरदस्त उत्साह दिखा। सभी स्टोर सुबह 10 बजे तक खुल गए थे। दोपहर 12 बजे के बाद ग्राहकों की आवाजाही शुरू हुई। दूसरे पहर थोड़ी आमद कम थी तो शाम होते-होते एक बार फिर ग्राहकों की जुटान शुरू हुई।

आफर जानने की दिखी उत्सुकता

शाम के पांच बजे ड्यूटी की समाप्ति के लोग परिवार के साथ माल में पहुंचे। पहले दिन खरीदारी के बजाए आफर की जानकारी लेने में ज्यादा उत्सुक दिखाई दिए। हालांकि सभी कंपनियों के सीजन की समाप्ति के आफर लगभग एक जुलाई तक आने की उम्मीद है।

बरसात से जुड़े सामानों की हुई खरीदारी

माल खुलने के पहले दिन ग्राहकों ने ब्रांडेड कंपनियों के रेनकोट, स्लीपर और अन्य बरसात में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं की खरीदारी की। इसके साथ ही लिवाइस, वुडलैंड, पूमा, एडिडास, नाइक सहित अन्य कंपनियों के शो-रूम में दिनभर ग्राहकों की आवाजाही लगी रही। पहले दिन स्टोर के कर्मचारियों ने ग्राहकों को खूब रिझाकर अपनी बहनी बनाई।

ग्राहकों को फोन और मैसेज से भेजी जा रही सूचना

शहर के जेएचवी, आईपी, आईपी विजया, पीडीआर माल में स्थित सभी शो-रूम के कर्मचारी पहले दिन ग्राहकों को फोन और मैसेज से शो-रूम के खुलने की सूचना देने में व्यस्त रहे। इसका असर यह हुआ कि शाम होते-होते कई शो-रूमों से अच्छी दुकानदारी हुई।

बिना जांच के किसी को नहीं मिला प्रवेश, हेल्प डेस्क से बांटे गए मास्क

शासन द्वारा जारी कोविड-19 के गाइड लाइन का बखूबी पालन किया गया। सभी माल के प्रवेश द्वार पर ही सुरक्षाकर्मियों ने सभी आगन्तुकों की थर्मल स्कैनर से शरीर के तापमान की जांच की। इसके बाद विजिटर रजिस्टर में उनके नाम, पते और मोबाइल नम्बर दर्ज किए। बगल में बनाए गए कोविड हेल्प डेस्क से जिन आगन्तुकों ने मास्क नहीं लगाया था, उन्हें मास्क भी दिया गया। बिना मास्क और सैनिटाइज किए किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया।

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