वाराणसी के एपेक्स अस्पताल के आईसीयू में शॉर्ट सर्किट से लगी आग, अग्निशमन यंत्र की मदद से बुझाई आग
वाराणसी के भिखारीपुर स्थित एपेक्स अस्पताल के आईसीयू वार्ड में शॉर्ट सर्किट की वजह से शुक्रवार की रात आग लग गई। आईसीयू में आग लगने के कारण कुछ समय तक अफरा तफरी और दहशत फैल गया। अस्पताल में मौजूद मरीज व परिजन आग लगने की सूचना से परेशान हो गए।
वाराणसी, जेएनएन। भिखारीपुर स्थित एपेक्स अस्पताल के आईसीयू वार्ड में शॉर्ट सर्किट की वजह से शुक्रवार की रात आग लग गई। आईसीयू में आग लगने के कारण कुछ समय तक अफरा तफरी और दहशत फैल गया। अस्पताल में मौजूद मरीज व उनके परिजन आग लगने की सूचना से परेशान हो गए। तत्काल वहां तैनात अस्पताल प्रबंधन व कर्मचारियों ने अग्निशमन यंत्र की मदद से आग बुझा दिया।इंस्पेक्टर लंका महेश पांडेय ने बताया कि शार्ट सर्किट होने के कारण आईसीयू में लगे पंखे में आग लग गई थी जिसे तत्काल बुझा दिया गया। अस्पताल में किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई है कुछ देर के लिए मरीजों को हटा दिया गया है उन्हें तत्काल इलाज की व्यवस्था कर दी गई।
गैलेक्सी अस्पताल में लगी मार्च माह में आग
इसी साल दस मार्च माह में महमूरगंज स्थित गैलेक्सी अस्पताल में बुधवार सुबह आग लग गई थी। आग लगने से अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल हो गया था। आईसीयू में 10 मरीज फंस गए थे। फायर ब्रिगेड के जवानों ने सीसा तोड़कर सभी मरीजों को सुरक्षित बचा लिया। आग पर काबू पा लिया गया है। कोई भी हताहत नहीं है। अस्पताल प्रबंधन आग से नुकसान का आंकलन कर राह है।
अस्पताल के तीसरे मंजिल स्थित ऑपेरशन थिएटर के ऐसी में सुबह 6.12 बजे आग लग गई थी। इसके बाद पूरे ओटी में धुआं भर गया। अभी लोग कुछ समझ पाते कि इसकी लपटे बढ़ने लगी। ओटी के बगल में आईसीयू में भी धुआं भरने लगा। आईसीयू में इस दौरान 10 मरीज जो क्रिटिकल कंडीशन में थे। इसमें 6 वेंटिलेटर पर थे। इस दौरान अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल हो गया। मरीज के परिजन चीखने चिल्लाने लगे। आईसीयू में धुआं बढ़ता जा रहा था। ऊपर के फ्लोर पर धुआं बढ़ता देख मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाने की कवायद शुरू की। इसके बाद आग तो बुझने लगी लेकिन धुआं बढ़ने लगा। जिसको खत्म करने के लिए अस्पताल के बाहर लगे शीशे को तोड़कर राहत देने की कोशिश शुरू हुई। जब धुआं कम होने लगा तो आईसीयू में मौजूद उन 10 मरीजों को दूसरे कमरे में शिफ्ट करने की कवायद शुरू हुई, जो आग की वजह से यहां फंस गए थे।