वाराणसी में 26 फरवरी को नहीं होगी दुकानें बंद, वर्चुअल बैठक में व्यापारियों ने बंदी का किया विरोध
फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल के महानगर उद्योग व्यापार समिति ने राजनीति के तहत दुकानें बंद कराने वालों का विरोध किया है। गुरुवार को समिति की एक वर्चुअल बैठक में 26 फरवरी को वाराणसी में दुकान बंदी के फैसले को खारिज किया है।
वाराणसी, जेएनएन। फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल के महानगर उद्योग व्यापार समिति ने राजनीति के तहत दुकानें बंद कराने वालों का विरोध किया है। गुरुवार को समिति की एक वर्चुअल बैठक में 26 फरवरी को दुकान बंदी के फैसले को खारिज किया है।
संगठन ने कहा कि वाराणसी के साथ-साथ पूर्वांचल की थोक व फुटकर दुकानें 26 फरवरी को पूरी तरह से खुली रहेंगी। हम ऐसे किसी भी संगठन का विरोध करते हैं, जो दुकानें बंद करा कर राजनीति करते हैं। कहा कि बंदी होने से आम जन जीवन पूरी तरह से त्रस्त हो जाएगा। इससे अव्यवस्था फैलेगी जिसके लिए जिम्मेदार संगठन में राजनीति करने वाले तत्व होंगे। इस दौरान इस बात का बैठक में मौजूद सभी सदस्यों ने एक सुर में समर्थन किया और दुकानें न बंद किए जाने का फैसला लिया। बैठक में बताया कि संगठन ने 22 फरवरी को केंद्र सरकार के द्वारा जीएसटी के सरलीकरण के लिए पूरे देश में एक साथ प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन दे चुका है। हमने व्यापार हित में जीएसटी के सरलीकरण की मांग प्रधानमंत्री से की है। इसलिए व्यापारी हित में हम 26 फरवरी को किसी भी भारत बंद का समर्थन नहीं करते हैं। आम दिनों की तरह उस दिन भी सभी दुकानें खुली रहेंगी। इस वर्चुअल बैठक में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय मंत्री राजेंद्र गोयनका, नारायण खेमका ,प्रेम मिश्रा ,अशोक जायसवाल ,अनुज डीडवानिया, सोमनाथ विश्वकर्मा, अजय गुप्ता, गोकुल शर्मा, यूआर सिंह, मनीष गुप्ता ,पंकज अग्रवाल ,राहुल मेहता आदि उपस्थित थे।