वाराणसी में दीवाली तक Underground Cable से जगमग हो जाएंगे शहर के सात रूट, पीएम कर सकते वर्चुअल उद्घाटन

शहरवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति लोकल फाल्ट लो वोल्टेज से छुटकारा दिलाने व बिजली चोरी रोकने के लिए आइपीडीएस (एकीकृत ऊर्जा विकास योजना) के तहत दूसरे चरण का कार्य 12 नवंबर तक पूरा करना है। संभावना जताई जा रही है कि इस कार्य का प्रधानमंत्री वर्चुअल उद्घाटन कर सकते हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 08:52 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 10:02 AM (IST)
वाराणसी में दीवाली तक Underground Cable से जगमग हो जाएंगे शहर के सात रूट, पीएम कर सकते वर्चुअल उद्घाटन
वाराणसी में आइपीडीएस के तहत दूसरे चरण का कार्य 12 नवंबर तक पूरा करना है।

वाराणसी, जेएनएन। शहरवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति, लोकल फाल्ट, लो वोल्टेज से छुटकारा दिलाने व बिजली चोरी रोकने के लिए आइपीडीएस (एकीकृत ऊर्जा विकास योजना) के तहत दूसरे चरण का कार्य 12 नवंबर तक पूरा करना है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को दी है। कंपनी भी इस लक्ष्य को पूरा करने में जुट गई है। संभावना जताई जा रही है कि इस कार्य का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल उद्घाटन कर सकते हैं। कुल मिलाकर शहर के सात रूटों की कालोनियां भी भूमिगत केबल से दिवाली में जगमग होंगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाकी बचे शहर के पूरे हिस्से को भूमिगत बिजली व्यवस्था के निर्देश दिए है। इसके लिए 4823 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर पावर कारपोरेशन को भेज भी दिया गया है।

पिछले साल ही पूरा करना था कार्य

पिछले साल दिसंबर तक ही दूसरे चरण का कार्य पूरा करना था, लेकिन कंपनी की लापरवाही के कारण ऐसा नहीं हो पाया। फिर इसके बाद मार्च तक लक्ष्य दिया गया। इसी बीच कोरोना काल शुरू हो गया, जिससे कंपनी को एक और बहाना मिला गया। इसके अलावा रूट नंबर तीन व पांच में कार्य के लिए स्वीकृति देर से मिली। कार्य देरी में यह भी एक प्रमुख कारण है। आइपीडीएस के अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि कंपनी को दीपावली से पहले ही कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। 

पहले चरण में यह मोहल्ले हैं तृप्त

आइपीडीएस के तहत शहर में विद्युत आपूर्ति बेहतर करने के लिए पहले चरण में कबीर नगर सहित मानस नगर, लक्सा, सोनारपुरा, भेलूपुर, गोदौलिया, दशाश्वमेध, ब्रह्मानंद कालोनी, खोजवां, शक्ति नगर, जवाहनगर, रवींद्रपुरी आदि मोहल्लों में कार्य हुआ है। यह कार्य भी केंद्र सरकार के सहयोग से हुआ है।

अभी भी दूर हो रही कमियां

पहले चरण के तहत हुए कार्य में अभी भी तमाम गड़बडिय़ां पाई जा रही है। पिछले माह ही कार्यदायी संस्था से करीब 600 गड़बडिय़ां दूर कराई गई। इसमें कही केबल बाक्स टूटे पड़े हैं तो कहीं खतरे का चिन्ह ही नहीं लगा है। कई जगह केबल बाक्स के तार लटकते भी मिले हैं।

अन्य पांच रूटों से हटाई जा रही ओवरहेड लाइन

सात में से पांच रूट पर लगभग कार्य पूरा हो गया है। कंपनी के प्रबंधक प्रवीन ङ्क्षसह बताते हैं कि रूट तीन व पांच यानी -संत अतुलानंद स्कूल से कचहरी चौराहा वाया गिलट बाजार, अर्दली बाजार व भोजूबीर से महावीर मंदिर क्षेत्र में तेज गति से लाइन डाली जा रही है। इसके अलावा अन्य रूटों में बस ओवर हेड लाइन हटाने एवं मीटर व लाइन शिङ्क्षफ्टग का कार्य ही बाकी है। बताया कि चर्चा है कि प्रधानमंत्री इसका आनलाइन लोकार्पण कर सकते हैं। वहीं निगम ने 12 नवंबर तक ही कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया है।

दूसरे चरण में यहां हो रही भूमिगत बिजली व्यवस्था

- कैंट स्टेशन से लहुराबीर वाया अंधरापुल व तेलियाबाग।

-संत अतुलानंद स्कूल से कचहरी चौराहा वाया गिलट बाजार, अर्दली बाजार।

- कैंट से लहुराबीर वाया इंग्लिशिया लाइन तिराहा, मलदहिया व लोहामंडी क्राङ्क्षसग।

- भोजूबीर से महावीर मंदिर।

- भोजूबीर व पुलिस लाइन चौराहा।

- कचहरी चौराहा से भोजूबीर तिराहा वाया सर्किट हाउस।

- बीएचयू से सामनेघाट व बड़ी गैबी

एक नजर

431 करोड़ राशि प्रदान की गई थी पहले चरण फेज के लिए

362 करोड़ रुपये में ही पूरा हो गया पहले चरण का कार्य

69 करोड़ बची राशि दूसरे चरण में कर दी गई स्थानांतरित

125 करोड़ रुपये में होना है दूसरे चरण का काम

90 हजार उपभोक्ताओं को मिलेगा इसका लाभ

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