पुलवामा में जौनपुर के शहीद जिलाजीत का पार्थिव शरीर देखकर झुक गए शस्त्र और भर गई आंखें

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बुधवार को आतंकी हमले में शहीद हुए जवान जिलाजीत का पार्थिव शरीर एयरफोर्स के विशेष विमान से देर शाम 7.20 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 09:39 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 01:06 AM (IST)
पुलवामा में जौनपुर के शहीद जिलाजीत का पार्थिव शरीर देखकर झुक गए शस्त्र और भर गई आंखें
पुलवामा में जौनपुर के शहीद जिलाजीत का पार्थिव शरीर देखकर झुक गए शस्त्र और भर गई आंखें

वाराणसी, जेएनएन। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बुधवार को आतंकी हमले में शहीद हुए जवान जिलाजीत का पार्थिव शरीर एयरफोर्स के विशेष विमान से देर शाम 7.20 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचा। एयरपोर्ट पर सशस्त्र सलामी देने के बाद शहीद जवान के पार्थिव शरीर को 39जीटीसी भेजा गया।

जानकारी के अनुसार शहीद जवान 53 आर आर बटालियन में तैनात जिलाजीत यादव डेढ़ वर्षों से पुलवामा में तैनात थे। ये वर्ष 2014 में सेना में भर्ती हुए थे। पुलवामा में बुधवार को आतंकी हमले में वीर शहीद हो गए थे। शहीद जवान का पार्थिव शरीर गुरुवार को दोपहर में ही वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचने की सूचना मिलने के चलते काफी संख्या में लोग वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे। शहीद जवान की शादी 2016 में वाराणसी जिले के बड़ागांव थाना क्षेत्र के इंदरपुर गांव में हुई थी। यही कारण था कि एयरपोर्ट पर बड़ागांव थाना क्षेत्र और आसपास के लोग भी काफी संख्या में पहुंचे थे। वाराणसी एयरपोर्ट पर शहीद जवान के पार्थिक शरीर के पहुंचने के बाद वहां मौजूद अधिकारियों एवं परिजनों की आंखें नम हो गई।  एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल भवन के समीप 39 जीटीसी से मेजर केपी सिंह, एसपीआरए एमपी सिंह, एसडीएम केराकत, रवि रंजन सिंह, असिस्टेंट कमांडेंट (सीआईएसएफ), सीओ केराकत, सीओ बड़ागांव,  सहित 39 जीटीसी के अधिकारी व अन्य लोग नम आंखों से श्रद्धांजलि दिए।

प्रभारी मंत्री ने बलिदानी की मां व पत्नी को दी आर्थिक सहायता

जौनपुर के जिले के प्रभारी मंत्री उपेंद्र तिवारी गुरुवार की देरशाम बलिदानी सैनिक जिलाजीत यादव के घर बहादुरपुर इजरी पहुंचे। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा आश्रितों को दी गई 50 लाख की सहायता राशि में से 35 लाख की धनराशि उनकी पत्नी पूनम यादव और 15 लाख मां उर्मिला देवी को सौंपा। उन्होंने शोक संतप्त स्वजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। इस मौके पर राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव, मछलीशहर के सांसद बीपी सरोज, विधायकगण हरेंद्र प्रसाद ङ्क्षसह, रमेश चंद्र मिश्रा, दिनेश चौधरी, जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह, मछलीशहर भाजपा जिलाध्यक्ष राम विलास पाल, जौनपुर भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह, राजेश श्रीवास्तव बच्चा भइया आदि मौजूद रहे।

बलिदानी की पत्नी, मां व अन्य परिजनों के करुण-क्रंदन से हर किसी की आंखें भींगी रहीं

जहां बलिदानी की पत्नी, मां व अन्य परिजनों के करुण-क्रंदन से हर किसी की आंखें भींग जाती रहीं। वहां मौजूद क्षेत्र वासियों को बलिदानी के घर तक सुगम रास्ता न होने से शव वाहन दरवाजे तक न पहुंच पाने का मलाल इस कदर हुआ कि वे आक्रोशित हो गए और हाइवे जाम करने की तैयारी शुरू कर दिये। हालांकि बाद में बीडीओ राम निहोर सरोज ने जेसीबी, लोडर आदि लगाकर बलिदानी के दरवाजे तक अस्थाई मार्ग दुरुस्त करा दिया। इसके साथ ही बलिदानी के नाम पर इस मार्ग का नामकरण किया जाए इस बाबत भी उनके स्वजनों से वार्ता कर लिया गया। परिवारवालों व जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि पहले सूचना मिली थी कि चंडीगढ़ से पार्थिव शरीर दोपहर 12 बजे तक बाबतपुर पहुंचेगा, लेकिन मौसम की खराबी के चलते देर शाम करीब साढ़े सात बजे बाबतपुर पहुंचा। जहां 39 जीटीसी के सात जवानों द्वारा सशस्त्र सलामी दी गई। इसके बाद सेना के अधिकारियों के साथ ही वाराणसी व जौनपुर के मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी। जहां से पार्थिव शरीर को 39 जीटीसी वाराणसी भेज दिया गया। वहां से पार्थिव शरीर सुबह गांव आएगा और अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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