मीरजापुर में एसडीएम और क्षेत्राधिकारी ने अभियान चलाकर पकड़े 24 बालू लदे ट्रक

एसडीएम विजय नारायण सिंह व सीओ उमाशंकर सिंह के साथ एआरटीओ व खनिज विभाग की टीम के साथ अभियान चलाया। अभियान के दौरान मध्य प्रदेश की ओर से बालू लादकर आ रहे 24 ट्रक को पकड़कर कार्रवाई ट्रकों को पुलिस की अभिरक्षा में थाना पर खड़ा कराया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 10:48 AM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 10:57 AM (IST)
मीरजापुर में एसडीएम और क्षेत्राधिकारी ने अभियान चलाकर पकड़े 24 बालू लदे ट्रक
ट्रक को पकड़कर कार्रवाई ट्रकों को पुलिस की अभिरक्षा में थाना पर खड़ा कराया है।

मीरजापुर, जागरण संवाददाता। हलिया थाना क्षेत्र के हलिया गुर्गी मार्ग बडौही गांव से गुरुवार की रात्रि में एसडीएम विजय नारायण सिंह व सीओ उमाशंकर सिंह के साथ एआरटीओ व खनिज विभाग की टीम के साथ अभियान चलाया। अभियान के दौरान मध्य प्रदेश की ओर से बालू लादकर आ रहे 24 ट्रक को पकड़कर कार्रवाई करते हुए पकड़े गए ट्रकों को पुलिस की अभिरक्षा में थाना पर खड़ा कराया है। एआरटीओ की तहरीर पर पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

एसडीएम और पुलिस क्षेत्राधिकारी की कार्रवाई से बालू का परिवहन करने वाले लोगों में हड़कंप मच गया है। इन दिनों मध्य प्रदेश से बालू लादकर हलिया वन्यजीव संचूरी क्षेत्र से होकर दिन रात्रि गुजर रहे हैं। वन्यजीव अभ्यारण्य क्षेत्र में बालू गिट्टी की गाडियों के संचालन होने से वन्यजीव के अस्तित्व पर भी खतरा मंड़राने लगा है। इसके बाद भी वन विभाग की टीम मूकदर्शक बनी हुई है। जबकि वन्यजीव पर निगरानी के लिए जगह जगह वन चौकियां भी स्थापित की गई हैं और चौकियों पर कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है।

ओवरलोड गाडियों के संचलान से क्षेत्र की सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं। बालू की गाडियां दिन रात्रि सड़कों पर फर्राटा भर रही है। जबकि अभ्यारण्य क्षेत्र में हार्न बजाना भी मना है। अभ्यारण्य क्षेत्र से बालू गिट्टी के वाहनों के गुजरने से राजस्व का भी चूना लग रहा है। इस संबंध में एसडीएम ने बताया कि सीओ एआरटीओ खनन विभाग की टीम के साथ अभियान चलाकर बालू लदी 24 ट्रकों को पकड़कर कार्रवाई करते हुए पकड़ी गई ट्रकों को थाना परिसर में खड़ा करा दिया गया है।

क्षेत्र में लंबे समय से मध्‍य प्रदेश से आने वाले अवैध बालू लदे ट्रकों से अवैध कमाई का धंधा चल रहा था। लंबे समय से शिकायत के बाद अब कार्रवाई होने के बाद से ही संचालकों में हड़कंप है। हालांकि, विभागीय कर्मचारियों को लंबे समय से इस कारोबार की जानकारी थी। मगर मिलीभगत से यह काम चलता रहा है। अब अधिकारियों की कार्रवाई के बाद से बालू माफ‍िया की पैरवी का क्रम जारी है। 

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